आप और हम जीवन के सच में हकीकत और कल्पना के साथ किरदार हम सभी है बस हम सभी पाठकों को रचना में समाज के साथ हैं और हमारे मन भावों की बात है परंतु हम जीवन में बहुत से सच जान कर भी बचते हैं। आओ पढ़े
इस पुस्तक में एक गांव के अंदर उच्च जाति और निम्न जातियों के लोगों के बीच चल रहे संघर्ष की कहानी है। जिसमें निम्न जातियों के लोगों के साथ भेदभाव और छुआछूत का रवैया अपनाया जाता है। उच्च जाति के लोगों निम्न जाति के लोगों भर अत्याचार करते हैं। उन्हें पान
धरोहर एक किस्सा संग्रह है। पहले गांव में लाइट नहीं होती थी तो ढ़लते सूरज की छांव में ही भोजन कर लिया जाता था और अंधेरा होते होते सब सोने की तैयारी करने लगते थे तब शुरू होता था किस्सों का सिलसिला। उस समय यही मनोरंजन का साधन हुआ करते थे। किस्सों में उन
जिस्म में जो अहमियत ख़ून की होती है, कहानी में वो ही अहमियत इमोशन की होती है.
मन की गठरी- ---------------- 'मन की गठरी'मेरी काव्य संग्रह की तीसरी कड़ी है।इस संग्रह में मन के कोने में पड़े विचारों को शब्दबद्ध कर उन्हें तर्कपूर्ण तथा संवेदनशील करके परोसने का प्रयास किया गया है।मन में विचार पैदा होते रहते हैं उनविचारों को लोगों क
लोकोक्ति अथवा कहावत किसी भी कथन को सारगर्भित और प्रभावपूर्ण ढंग से संक्षिप्त रूप में व्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम है। हिन्दी और इसकी बोलियों में संदेशपूर्ण और प्रेरक कहावत कहने की सुदीर्घ परंपरा है। यह किसी भी देश के संस्कृति, चिंतन और मूल्यों को भ
मन के जज़्बात मेरी कविताओं का एक संग्रह है जिसमें मैंने अपनी कविताओं के माध्यम से जीवन के विभिन्न रंगों को दर्शाने की कोशिश की है।
🥀🥀🥀🥀अदादत बदल सी गई है.................अब वक्त के साथ अब हिम्मत नहीं होती..................किसी को अपना बनाने की........................!!!!🥀💔🥺 🍁🍁🍁🍁🍁🍁 🌹चलती जिंदगी में ठहरे हुए से हे हम 🌿यूं तो लोगों का मेला है 🌹पर तन्हा है हम 🌿यूं ना पूछो कितनो को
यह पुस्तक एक लघुकथा संग्रह है । इस पुस्तक में मेरे द्वारा अनुभव की गई अनेक घटनाओं का जिक्र है जो आज के समाज को आईना दिखाती हैं । इस पुस्तक की सभी लघुकथाएँ सच्ची घटनाओं पर आधारित हैं । हो सकता है कि आप भी कहीं न कहीं खुद को मेरी रचनाओं में खोज पाएँ क्
लघु उपन्यास ‘बहू की रिहाई’ मेरा तीसरा उपन्यास है. इससे पूर्व मेरा प्रथम लघु उपन्यास ‘बैंक अधिकारी: बिखरते ख्य्वाब’ प्रकाशित हुआ, जिसको देश भर के पाठकों ने विशेष रूप से बैंकर्स ने बेहद पसंद किया. मुझे जो प्रतिक्रियाएं मिली, उनमें सबमें एक ही कॉमन बात
एक कवि अपनी कविताओं में अपनी कल्पनाओं,अनुभवों और मनोभावों को शब्दों के रूप में पिरोता है। इस पुस्तक में कवि की उन रचनाओं का समावेश किया गया है जो कि जीवन के विभिन्न पहलुओं को छूती हैं और पाठक के दिलोदिमाग परगहरा प्रभाव डालते हुए उसेउसके लक्ष्य की ओर
कविता संग्रह
यह पुस्तक काव्य संग्रह है।
आप और हम जीवन के सच में आज की पीढ़ी और कल की पीढ़ीगत सोच और मानसिकता है और हम आप और हम जीवन के सच में हकीकत के साथ साथ एक संदेश भी देते हैं कि जीवन में परिवारवाद और विचारों को व्यक्त करना और समझना है। आओ पढ़े
बचपन ही जीवन का सफर होता है। शुरू और हकीकत का सच कहता है। हम सब बचपन की यादों को कहते हैं। मेरा प्यारा मेरा सपना सच हम सोचते हैं। नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र
समाज में जागरूकता दिखावे में है जबकि बहुत सी चीजें जनता जानती ही नहीं है इसलिए समाज को आईना दिखाने की आवश्यकता है।।
कुछ ख़्वाब या कुछ उम्मीद जो शब्दों में आजकर हकीकत में होने का आभास करवा रही है । कुछ कविताओं के संकलन अनेक पहलुओं से जो मिलवा रही है ।
मैं निर्मल गुप्ता, एक नवीन लेखक अपने जीवन के अनुभवों को शब्द रुपी मोतियों में निखार कर कुछ सुन्दर कविता रुपी मालाओं का सृजन कर ,अपने प्रिय पाठकों के ह्रदय पर विराजमान करना चाहता हूं,जहां उनकी धड़कनें बसती है । ताकि वे एक नयी चेतना को प्राप्त कर मानवी
हर नई सुबह नए अहसास लेकर आती है । बदलती दुनिया के बदलाव बताती है। भंवरे घूम रहे मधुर मधु की तलाश में, क्योंकि लफ्जों से अल्फाज़ लिखे जाते हैं।। मेरे मन की बातों को लफ्जों के माध्यम से एक नई सुबह में पढ़ने के लिए हर दिन अपने अमूल्य वक्त में से थोड़ा
इस डायरी का हर पन्ना पाठक को अपना सा प्रतीत होगा। जीवन के खट्टे मीठे अनुभव इसका हिस्सा है। कहीं चिलचिलाती धूप है तो कहीं शीतल छाया है। कहीं नारी की पीड़ा है तो कहीं अबोध बालक की चींख है। कहीं पशु की विवशता है।