" मैं एक देशभक्त नागरिक होने के पूर्ण अधिकार से मानननीय सर्वोच्च न्यायालय से निवेदन करता हूँ की देशद्रोही कन्हैया कुमार को 6 महीने के अन्दर-अन्दर fast कोर्ट trail पर लेकर दण्डित करने की कृपा करें| कन्हैया कुमार एक विकृत सोच और देशद्रोही मानसिकता वाला व्यक्ति ही नहीं बल्कि गन्दी राजनैतिक सोच द्वारा पैदा की हुई वो विष-वेल| ये धीरे-धीरे राष्ट्रऔर राष्ट्रियएकता पर खतरे की तरह फ़ैल रही है | मेरा मानना है की देश जन भावनाओं से बना एक शरीर है ,कन्हैया कुमार इस शरीर का वो अंग है जिसमें एक लाइलाज सडन पैदा हो गई है,इसका एकमात्र उपचार है की इसे काटकर पूर्णतः नष्ट कर दिया जाये | अन्यथा सड़ी हुई विकृत मानसिकता से पोषित होने वाले कीड़े-मकोड़े(कांग्रेस,सीपीआई जद) इसे अपना घर बना लेंगे,बल्कि बना चुके हैं,जोएक विषाणु की तरह तेजी से फ़ैल रहा है, मेरे जैसे करोड़ों देशभक्त लोग बीमार हो रहे हैं और एसे लोगो के गंदे खून से अपने हाथ रंगने का मन बना चुके हैं जैसे की मैं 'मैं संकल्प लेता हूँ की अगर देशद्रोहीओं को उचित सजा नहीं मिली तो इसे मैं दण्ड दूँगा और कन्हैया/उमार खालिद की जीभ काटकर माँ भारती के चरणों में अर्पित कर दूंगा| ये मेरा संकल्प है और राष्ट्रभक्त राजपूत का वचन भी| क्योंकि योगीराज श्रीकृष्ण ने कहा है""की जब न्याय व्यवस्था उचित निर्णय लेने में अक्षम या असहज हो तो राष्ट्रभक्तों को स्वयम दंडाधिकारी बनकर न्याय करना चाहिए""
अवधेश प्रताप सिंह भदौरिया प्रस्तुत- संकल्प भारत मिशन