वो एक कमरे में सिर्फ टॉवल लेकर बैठी थी, उसके हाथ मे एक लेटेस्ट बायोकैमिकल की बोत्तल थी जो कि अभी नई नई ही इंवेंट होयी थी उंसने लगभग इसे 10000 डॉलर में खरीदा था उंसने लम्बी सांस के साथ टॉवल उतार कर अपने शरीर के उन दो निशानों ओर देखा और वो पूरी बोत्तल निशानों पर उड़ेल ली ।,
कुछ घंटों के बाद, निशान धीरे-धीरे फीका पड़ गएऔर उसकी त्वचा बच्चे की तरह चिकनी दिखने लगी । वह खुशी के साथ मुस्कुराई और सभी निशान नष्ट करके उसे सुकून मिल रहा था उसे।
वो पहले ही एक बार मर चुकी थी, इसलिए वह पूरी तरह से पागल हो गयी थी क्योंकि वह अब किसी चीज से नहीं डरती थी।
इस बार, वह निश्चित रूप से ब्याज के साथ वापस जीत जाएगी! ओर उंसने जो जो खोया है सब उसे वापस लेकर रहेगी, उंसने बेड पर सोए हुए बच्चों को देखा जो किसी बिफ़िक्री से सो रहे थे,
वही श्रवण उसी फ़ाइल को देख रहा था,जिसमे
लींना की रिपोर्टिंस थी, उसके दिमाग मे एक सीन घूमने लगा।लेकिन अब वो कुछ भी करने की हिम्मत में नही था।
6 महीने बाद
"जल्दी करो!
बोली शुरू होने वाली है!
फाइल्स तैयार है?" ऐसी ही हलचल हो रही थी
कॉन्फ्रेंस हॉल के सामने, कंपनी के सभी कर्मचारी घबराए हुए दिख् रहे थे।
ऑफिस में बिजनेस सूट में एक महिला चुपचाप खिड़की के पास खड़ी थी। शैंपेन रंग की हाई हील्स की एक जोड़ी ने उसके पैरों को और अधिक पतला और सीधा बनाया होया था ।
बालों की लहरें चमक रही थीं। सहायक ने धक्का देकर दरवाजा खोल कर जल्दी में बोला ।
माया, बोली जल्द ही शुरू होगी। हमारे पार्टनर्स आ रहे हैं। इस बार, हम सबसे शक्तिशाली और अनुभवी कंपनी, प्रॉस्पर लिमिटेड के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।" "अच्छे से सब सभाल लेना।
ठीक है,,,"महिला की आवाज आलसी और सुखद थी जैसे कि कोई जादू हो जो लोगों को अपने अंदर डुबो ले उसमे इतनी कशिश थी। उसने अपनी स्कर्ट को साफ किया, और फिर दो शर्ट के बटन खोल दीं, जिससे उसकी लम्बी गर्दन साफ दिख रही थी। फिर वह अस्सिस्टेंट के साथ बाहर चली गई।
mr मित्तल, आप प्रपोसर की योजना के बारे में क्या सोचते हैं?"
असिस्टेंट ने पूछा लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया।
कुछ देर के लिए बोली शुरू हुई ।
पार्टी की पहली सीट पर एक शांत और नेक आदमी ने योजना पुस्तिका को घूर के देखा।
इस बार श्रवण जिस जमीन पर कब्जा करने जा रहे थे, वह बहुत बड़ी थी।जिसके लिए उसे विश्वसनीय साथी खोजना था। यानी पार्टनर
कुछ समय तक।सभी ने अपने अपने प्रपोजल रखे आखिर में होस्ट ने कहा-
, "चलो आख़िरी में जाएका। कंपनी की योजना देखते हैं। मैंने सुना है कि उनके पास एक नया बॉस आया है ।"
श्रवण ने लापरवाही से नियोजन पुस्तक बंद कर दी।
मेजबान ने कुछ समय के लिए दूसरे पक्ष के साथ संवाद किया। फिर उन्होंने माइक्रोफोन पकड़ा और मंच पर लौट आए।
"इसके बाद जायका ग्रुप की बोली है।" जैसे ही उसने बोलना समाप्त किया, काले रंग के पेशेवर सूट में एक महिला उठ खड़ी हुई। उसका सेक्सी फिगर धीरे-धीरे सबकी नजरों में आ गया. श्रवण ने पहले तो उस पर ध्यान नहीं दिया।
जब महिला पलटी तो आसपास के कई लो फुसफुसाए और फिर श्रवण ने ऊपर देखा।
उसकी एक नज़र ने उसका खून लगभग तुरंत जमा सा दिया ।
उसकी काली आँखें इकटक मंच पर बोल रही महिला को घुर रही थी।
उसकी भूरी पुतलियाँ झटके के कारण तेजी से सिकुड़ गईं।
आर्मरेफ पर उसके हाथ तुरन्त मुट्ठियों में जकड़ गए, और उसकी सांस अचानक तेज हो गई!
यह औरत। श्रवण ने उसे अविश्वसनीय रूप से देखा। उसके फिगर के अलावा, उसके चेहरे की बनावट अदिति के जैसी बिल्कुल भी नहीं थी। लेकिन उसका जो स्वभाव, attitude, रंग ढंग वह उससे बहुत मिलता-जुलता था!
"यह कौन है?!" श्रवण के चिंतित स्वर को सुनकर, सहायक ने जल्दी से देखा और कहा । "मिस्टर मित्तल , यह जाएका द्वारा भेजी गयी प्रोजेक्ट मैनेजर है।
इनका नाम माया है। वह एक ऑस्ट्रेलियाई इंडियन है।
यह उसका इंडिया आने का पहला मौका है।" श्रवण ने मंच पर महिला को ध्यान से देखा। उसकी सांसें जोर से धड़कने लगीं और उसका दिल इतनी तेजी से धड़क रहा था कि वह लगभग उसकी छाती से बाहर निकलने वाला हो गया हो ! ये क्या हो रहा है।" उसका चेहरा उस महिला से बिल्कुल अलग था। लेकिन ऐसा लग रहा था कि एक मजबूत गुरुत्वाकर्षण है जिसने उसे मजबूती से जोड़ दिया था, और उसे अपनी आँखों से दूर नहीं कर सका!
मंच पर, माया का भाषण आखिरकार समाप्त हो गया।
माया ने श्रवण को देखा और फिर जल्दी से दूसरी तरफ देखने लग गयी । श्रवण का पूरा शरीर कस गया ! "मुझे जायका की योजना अभी दे दो!
" सहायक ने जल्दी से उसे प्रोस्पोअल सौंप दिया और अपने मालिक से कुछ पूछने वाला था।
हालाँकी श्रवण ने योजना को देखा तो वह कहि खो सा गया , फिर भी उसने बिना किसी हिचकिचाहट के पेन निकाल लिया और सीधे हस्ताक्षर कर दिया।
अस्सिस्टेंट कुछ सेकंड के लिए दंग रह गया। "मिस्टर मित्तल? क्या आप जायका कपंनी को प्रोजेक्ट देने जा रहे हैं?"
असिस्टेंट ने देख लिया था कि जायका कंपनी का प्रोजेक्ट बाकी कंपनियो के तुलना में कहीं कमजोर था।
तो फिरभी सर आप यह प्रोजेकट आप जायका को दे रहे हैं।
श्रवण ने जवाब नहीं दिया। उसकी नसें अत्यधिक तनाव में थीं। उसने मंच पर मौजूद मंत्रमुग्ध कर देने वाली महिला पर अपनी नजरें गड़ा दीं। आंखें फिर से चमक उठीं।
"माया ! आप कमाल हैं! आप अभी इंडिया आयी हैं और इतना बड़ा प्रोजेक्ट ले लिया ! कोई आश्चर्य नहीं कि बॉस आपको क्यों बहुत पसंद करते है इसलिए आप प्रोजेक्ट मैनेजर है !" एक आदमी ने माया के साथ हाथ मिलाकर कहा।तो माया ने उसे हाथ तो।मिलाया ही लेकिन उसे साइड हग भी कर लिया।
जायका कम्पनी के लोग जीत को लेकर उत्साहित थे और बिना रुके अपने में खुशी मना रहे थे ।
महिला ने अपने सुंदर चेहरे पर एक संतुष्ट मुस्कान के साथ सभी प्रशंसा स्वीकार की। "माया , पहली पार्टी के बॉस अभी भी वहाँ इंतज़ार कर रहे हैं तुम जायो उनसे मिलो।" "अब जाओ।"
वो श्रवण की तरफ चलने लगी जैसे जैसे वो कदम बढ़ा रही थी उसके जेहन में सारे सालों की यादे फिर से ताज़ा होने लगी, वो पलक झपकना तक भूल गयी,
सामने वही हैंड्सम चहरे वाला आदमी जिसकी आंखे बहुत सुनी सी लग रही थी चेहरा का रंग फीका पड़ा हुआ था, पहले से ज्यादा कमजोर, शांत, दुखी, लग रहा था,
क्या सच मे वो यही इंसान है जिसने उसे इस कगार पर लाकर खड़ा कर दिया था,
उंसने कुछ देर तक अत्तित को सोचा ओर फिरसे माया के अवतार में आकर बोली
"Mr मित्तल, आपकी सराहना के लिए धन्यवाद। मुझे आपकी कंपनी के साथ सहयोग करने में बहुत खुशी हो रही है। आपका बहुत बहुत शुक्रिया की आपने इस प्रोजेक्ट को हमे दिया,
वो कुछ ओर बोलती की श्रवण ने उसका हाथ पकड़े होये ही उसे गले से लगा लिया,
उसकी इस हरकत से उसका असिस्टेंट, ओट खुद माया यानी अदिति भी हैरान हो गयी,
उसे श्रवण की धकडने बहुत तेज तेज सुनाई दे रही थी,
तभी उसको अपनी गर्दन पर उसकी सांसों की गर्माहट महसूस होयी उसकी उसकी सांसे बहुत भारी लग रही थी,
उसे कुछ पानी की बूंद भी अपनी गर्दन पर महसूस होयी
वो इकदम जम सी गयी, उसे कुछ समझ नही आया कि आखिर यह सब क्या था ,
तभी श्रवण ने मुस्कान के साथ उसे छोड़ा और कहा
मुझे बहुत खुशी है कि आप मेरी पार्टनर है,ओर मुझे आपके साथ काम करने का मौका मिल रहा है, उम्मीद है यह पार्टनशिप हमेशा ही बनी रहेगी,
अदिति को लगा कि कही श्रवण ने उसे पहचान लिया है तभी उसने यह सब क्या
तभी श्रवण ने उससे थोड़ा दूर होया ओर बोला, माफ करना माया जी अगर आप को कुछ ऑफन्देड़ लगे लेकिन मैंने आपको ऑब्सर्वे किया है कि जब भी कोई आपसे हाथ मिलाता था तो आप उसे हग भी कर लेती है इसीलिए मैने भी आपकी परमिशन के बिना आपको हग कर लिया।
इतना सुनते ही अदिति को थोड़ी राहत मिली, उंसने मुस्कान के साथ कहा इतस ओके mr मित्तल
"आज रात एक उत्सव पार्टी है मिस माया,
हम फिर से प्रोजेक्ट के बारे में बात कर सकते हैं।" श्रवण ने उसकी क्रिस्टल और खूबसूरत आंखों में देखते हुए कहा। "
बेशक, मुझे उम्मीद है कि जरूर प्रोजेक्ट के बारे में बात करेगे।
श्रवण उसके चेहरे को देख रहा था,भले ही उसके चेहरे की विशेषताएं पूरी तरह से अलग थीं, लेकिन उसकी निगाहें बिल्कुल अदिति के जैसी ही थीं!
"फिर मिलते हैं। माया ने कहा और वहाँ से चली गई" "
" शाम को, एक कार होटल के सामने रुक गया।
जांच के नतीजों को पढ़कर श्रवण कार में बैठारहा । माया के जन्म की जानकारी, पृष्ठभूमि, अध्ययन और कार्य अनुभव सहित सामग्री बहुत विस्तृत थी। वे सभी स्पष्ट थे। वो अदिती नहीं थी। श्रवण की आंखों की रोशनी कम हो गई। उसके दिल में दिन भर से जलती हुई लौ ठंडे पानी की बाल्टी से अचानक बुझ सी गयी थी। उसने फिर से कुछ खोने की कमी महसूस की। क्या वाकई इस दुनिया में ऐसे दो समान औरते होती है ?
डिनर में,
श्रवण व्यापारिक मित्रों के एक समूह में घिरा हुआ था। उसने खूब शराब पी। जब अदिति यानी माया जिसने
एक गहरी वी' आकार की चांदी की पोशाक के रंग की ड्रेस ममें उसके सामने प्रकट हुई,
जिसमें उसकी बर्फ-सफेद त्वचा का एक बड़ा हिस्सा दिखाई दे रहा था और पतली ऊँची एड़ी पर कदम रखा था, उसकी आंखें पहले से ही बहुत कुछ बयान कर रही थीं।
"मिस्टर मित्तल , मुझे मौका देने के लिए धन्यवाद, मैं आपके लिए एक गिलास भर्ती हूँ। ओर हमारे सफल सहयोग की कामना करती हूं।"
उसके बाद अदिति ने अपना गिलास पहले ही उठा लिया था। श्रवण ने उसे अपनी काली आँखों से खतरनाक रूप से देखा। उसने अपनी आँखें थोड़ी सी सिकोड़ीं और अपने प्याले में शराब पी ली।
अगले घण्टे में, श्रवण शराब से टूटने वाला था! बस इस खूबसूरत और रहस्यमयी महिला की वजह से जो ऐसी दिखती थी) अदिति !
श्रवण ने महसूस किया कि माया नाम की इस महिला के कुछ आदतें अदिति की तरह थी।
लेकिन उसने खुद ही तहकीकात करवाई थी,
वह पहले से ही खराब मूड में था, और शराब के लिए उसकी मूल रूप से उत्कृष्ट क्षमता जल्दी ही खो गई। उसका दिमाग बहने लगा, और उसके शरीर का तापमान धीरे-धीरे बढ़ने लगा, धीरे-धीरे उसके होंठ सूख रहे थे। उसने महिला को अधिक खतरनाक और अस्पष्ट रूप से देखा।
श्रवण ने उसकी बाजू पकड़ी ओर ओर से हाल से बाहर ले गया
अदिति उसे देखकर मुस्कुराती रही ओर उसके साथ चलती रही। उसके लाल होंठ सुंदर और आकर्षक थे, और उसकी आँखें चमक रही थीं।
एक दीवार पर उंसने लगा कर अदिति से पूछा
"क्या अदिति यह तुम हो.. क्या तुम वापस आ गयी हो। उंसने उसके चेहरे को इतनी जोर से पकड़ कर पूछा कि अदिति को लगा उसका जबड़ा ही टूट जाएगा
Mister मित्तल आप गलत वो कुछ बोलती की श्रवण ने उसे जोर से गले से लगा लिया,
ओर जोर जोर से रोने लगा,अदित्ती को यकीन नही हो रहा था कि
अदित्ती को यकीन नही हो रहाथाकि यह वही आदमी है जिसे उसने हमेशां टफ मजबूत, एरोगेंट देखा था आज वो इस तरह से बच्चों की तरह रो रहा है,
उसका गला सुख ने लगा, वो कुछ सोचती की श्रवण ने उसके होंठो को देखा जिसे अदिति जीभ से गिला करने लगी ही थी कि श्रवण ने उसे हल्के से चुम लिया
अदिति को हल्का सा झटका लगा, आज उसे कोई जबरदस्ती, शरिर की मांग, ना कुछ और महसूस होया, उसे आज इस किस में अपनापन प्यार दर्द तकलीफ महसूस होयी
उंसने भी उसे जोर देकर उसे अपने करिब कर लिया, लेकिन अगले ही पल उसे होश आया उंसने जोरदार धका श्रवण को देकर नीचे गिरा दिया,
धाम की आवाज से कुछ लोगो का ध्यान उनकी तरफ गया,
मिस्टर मित्तल आपकी हिम्मत कैसे होयी मुझसे जबर्दस्ती कर ने की,
श्रवण जो नशे में टूल था नीचे जमीन पर लेटा हुआ था वही अदिति ने मौके का फायदा उठा कर चिलाते होये बोलना शुरू किया
, मुझे लगा कि आप एक अच्छे इंसान हैं लेकिन आप तो मुझे ब्लैकमेल करने में लगे हुए थे,
तभी श्रवण का असिस्टेंट भागकर आया उंसने देखा कि श्रवण नीचे जमीन पर पड़ा है और माया उसको डांट रही हैं,
उसने श्रवण को उठाया और अपने कंधे के सहारे से उसे खड़ा लिया
मिस माया देखिये जरूर कुछ गलत फहमी होयी है, आप शांत हो जाये, सर अभी नशे में है, हम बैठ कर बात करगें सुबह प्लीज शान्त हो जाये,
देखो देखो इसका मालिक मुझे harras करता है ऊपर से उसका असिस्टेंट मुझे ही समझा रहा है,
अदिति गुस्से से बोल रही थी,
श्रवण ने चेहरे को उठा कर देखा उसे माया की जगह अदिति ही नजर आ रही थी उंसने अस्सिस्टेंट को अपने से दूर किया, लड़खड़ाते होये अदिति के सामने जाकर उसका हाथ पकड़ने की कोशिश करने लगा।
अदिति ने उससे दूर होने ही वाली थी, की श्रवण ने उसकी कमर से पकड़कर उसे करीब कर लिया और दोनो की आंखे एकदूसरे को देख रही थी, बाकी सभी भी इस तमाशे को देख रहे थे,
तभी श्रवण ने हल्के से उसके गाल को चूमकर कहा
तुम अदिति हो मैं जानता हूँ तुम मेरी पत्नी हो , मेरे बच्चे की माँ हो तुम जानबूझकर मुझे परेशान कररही हो, है ना
देखो मैं अपनी गलती मानता हूँ प्लीज मेरे पास आ जायो
मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ,
तुम ,,,,,अदिति कुछ बोलती की
तुम्हें क्या लगता है कि मैने इस प्रोजेक्ट को तुम्हे क्यों दिया है मैं तुम्हे अपने पास रखना चाहता हूं अदिति,तूम क्यों मुझे तपडा रही हो,,,
मैं कोई अदिति नही हूँ मैं माया हु,,,,,अदिति ने गुस्से से कहा
तो
श्रवण ने भी उसी आवाज के कहा
ठीक है मान लेता हूँ कि तुम माया हो, लेकिन तुम बस मेरी हो,
मैं तुम्हें हमेशा अपने साथ रखूंगा, क्योंकि मैं जानता हूँ तुम्हारी असली सच्चाई
इतना कहते ही उंसने अदिति में चहरे को चूमना शरू कर दिया,
सभी लोग श्रवण को जबरदस्ती करते हुए देख रहे थे लेकिन किसी की भी हिम्मत नही होयी उसे रोकने की
जब असिस्टेंट को लगा कि उसका बॉस बेकाबू हो गया है तो उसने जाकर श्रवण को बड़ी मुश्किल से अदिति से दूर किया
अदिति ओर श्रवण की सांसे फूल रही थी, अदिति की आंखों में आंसू आने लगे,
श्रवण ने उसके आंसू देखे और फरसे उसके पास जाने को होयया की तभी
क्लिक क्लिक क्लिक की आवाजो से पूरा आला दुवाला भर गया बहुत सारे लोग, श्रवण ओर अदिति की फ़ोटो ज ले रहे थे
बॉडीगार्ड्स सर को कवर करो ,असिस्टेंट ने ऑर्डर दिया तो सारे सिक्योरिटी वाले मीडिया को दूर करने लगे कुछ ने अदिति ओर कुछ ने श्रवण को सही सलामत वहां से निकाल दिया,
आज इतने बड़े हंगामे जे कारण मीडिया को मसालेदार खबर मिल गयी थी,
वही अदिति गाड़ी में बैठी होयी थी, उंसने बैग से रुमाल निकाल कर अपने चेहरे को साफ किया ओर साइड वाली सीट पर बैठे आदमी को बोली थैंक यू
कोई बात नहीं कोई बड़ा काम नही किया मैने इतना कहते ही उंसने एक रिकॉर्डर अदिति को दे दिया
उसमे श्रवण ओर उसकी आजकी पूरी हरकते मोजूद थी
श्रवण मित्तल मेरा पहला वार उंसने शैतानी मुस्कान ले साथ कहा
अगली सुबह
पूरे मुंबई शहर के हरएक अखबार की सुर्खियों ओर tv ओर आ रहे उस वीडियो की वजह से पूरा बुसिनेस वर्ल्स हिला दिया था,
उस वीडियो में श्रवण एक लड़की के साथ जबरदस्ती करता होया दिख रहा था, लड़की के बारे मे कुछ भी बताया नही गया था यहाँ तक कि लड़की का चहरा भी blur किया होया था।
श्रवण ने सिर पकड़ा होया था, पूरा Pr डिपार्टमेंट उसके सामने खड़ा था ऑफिस का माहौल बहुत गंभीर था, सभी को अपनी अपनी ही सांसे सुनायी दे रही थी,
तभी एक आदमी का फोन vibrate होया तो श्रवण ने जलती हुई आंखों से उसे देखा,
तो उस आदमी की सांसे ही थम सी गयी,
तभी उसका अस्सिस्टेंट अंदर आया,
उंसने एक फ़ाइल को आगे करते हुए कहा sr आपको यह देखना चाहिए,
To be continue
Miss a mittal