नव वर्ष
हर्ष नव
जीवन उत्कर्ष नव I
नव उमंग,
नवतरंग,
जीवन का नव प्रसंग I
नवल चाह,
नवल राह,
जीवन का नव प्रवाह I
गीत नवल,
प्रीत नवल,
जीवन की रीति नवल,
जीवन की नीति नवल,
जीवन की जीत नवल I
-डॉ. हरिवंशराय बच्चन
15 जनवरी 2016
नव वर्ष
हर्ष नव
जीवन उत्कर्ष नव I
नव उमंग,
नवतरंग,
जीवन का नव प्रसंग I
नवल चाह,
नवल राह,
जीवन का नव प्रवाह I
गीत नवल,
प्रीत नवल,
जीवन की रीति नवल,
जीवन की नीति नवल,
जीवन की जीत नवल I
-डॉ. हरिवंशराय बच्चन