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आत्म साक्षात्कार

9 फरवरी 2016

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आत्म साक्षात्कार

 

स्वच्छ एवं निर्मल

जल

उसमें और कुछ

भी नहीं होता

जब कोई इंसान

उसमें और कुछ खोजता है

वह खोजता रहता है

उसकी मानसिकता

यह मान ही नहीं पाती कि

आज के

दूषित वातावरण में भी

इतना स्वच्छ और निर्मल

जल

उसे दिखायी दे सकता है

जिसमें सिर्फ

स्वच्छ्ता है

निर्मलता है

और वह जल है

सिर्फ जल,

और उसमें वह नहीं

जो वह खोज रहा है

वह फिर भी खोजता रहता है

खोजता रहता है

किंतु आश्चर्य ?

काफी परिश्रम के पश्चात्

उसे उस जल में

स्वच्छता और निर्मलता

के अतिरिक्त भी

कुछ मिल ही जाता है

और वह है-

अपना ही चेहरा

हाँ

जब उसे अपना

चेहरा दिखता है

अपनी ही संकीर्ण-विकृत

मानसिकता दिखायी देती है

तो

वह बेचारा इनसान

अपनी खोज में

सफल होते हुए भी

असफल हो जाता है।

आशा  “क्षमा”

आशा “क्षमा”

ओम प्रकाशजी धन्यवाद !

10 फरवरी 2016

ओम प्रकाश शर्मा

ओम प्रकाश शर्मा

उत्कृष्ट रचना !

9 फरवरी 2016

51
रचनाएँ
amritaasha
0.0
हिंदी में लेख !
1

@ "आशा का पाठ"

13 अक्टूबर 2015
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1

आशा का पाठ पढ़ाना तो सरल है,आशा जगाना ही कठिन है।आशा करना तो सरल है,आशा बनना ही कठिन है।अपना जानना तो सरल है,अपना बनाना ही कठिन है।जिसको अपना कहते हो,वह देन है तुमको ईश्वर की।तुमने कितनों को अपना बनाया,गिनती होगी उँगली-भर की।आशा करना.............................। अपना बनाने जिस दिन चलोगे,पराया न तुम्

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@ “आह्वान: अहम् से वयम् की ओर”

16 अक्टूबर 2015
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आत्मकल्याण के लिए विश्वकल्याण आवश्यक है । विश्वकल्याण के बिना आत्मकल्याण असंभव है । जब मनुष्य केवल अपने लिए ही सभी 'भोगों की चाह रखता है, तो तनाव बढ़ता है, जिसकी विभीषिका आज विश्व भोग रहा है । विश्व के प्रत्येक व्यक्ति की शारीरिक आवश्यकताएं समान हैं। देश, क्षेत्र, जाति, भाषा धर्म की दीवारें खींचकर मन

3

भाषा : संस्कृति की अभिव्यक्ति

7 नवम्बर 2015
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भाषा : संस्कृति कीअभिव्यक्ति प्रकृतिजहाँकी कलाकारसंस्कृति स्वयं है वैज्ञानिक ।विश्व-गुरूकहलाता राष्ट्रसुपुत्रहुए हैं जहाँ दार्शनिक ।।महिमाइस भारत-भूमि कीगायीस्वयं परमेश्वर ने ही।जननीजन्म भूमिश्चस्वर्गादपि गरीयसी।। भारतीयसंस्कृति पूर्णत: वैज्ञानिक है।भारतीय परम्पराएं विज्ञान विरोधी नहीं, वरन्विज्ञान

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गीता और विज्ञान

27 नवम्बर 2015
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गीता औरविज्ञान गीता  के शब्द  आज  भी  हैं,  गूँजते गगन मेंकृष्ण की वाणी है  छिपी  ध्वनि-तरंग  में।हे विज्ञान !  तू ही बन जा, ईश का आविष्कारक,एकत्र कर,  वह  संचित  शब्द-कोष  पुनश्च।। ऊर्जा नष्ट न होती,  यह  है विज्ञान का सिद्धांतध्वनि-ऊर्जा  का  संभव  रूपांन्तरण  मात्र ।खोज लो कृष्ण के  शब्द,  उदगम क

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जीवन

10 दिसम्बर 2015
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मनुष्य

10 दिसम्बर 2015
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"बचपन"

10 दिसम्बर 2015
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समझ ऐ मानव-मन

14 दिसम्बर 2015
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निमंत्रण

14 दिसम्बर 2015
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कविता की सार्थकता

15 दिसम्बर 2015
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"आओ स्वर्ग बनाएँ"

18 दिसम्बर 2015
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"फकीर या फरिश्ता"

19 दिसम्बर 2015
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हमारा कश्मीर !

26 दिसम्बर 2015
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हमारा कश्मीर !

26 दिसम्बर 2015
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हमारा कश्मीर !

26 दिसम्बर 2015
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जब सिखाया तुमने मुझे .....

26 दिसम्बर 2015
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"अपना परिचय"

27 दिसम्बर 2015
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"जिंदगी"

27 दिसम्बर 2015
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मेरा भारत महान.......

28 दिसम्बर 2015
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बलात्कार की सजा - अमेरिका : - पीड़िता की उम्र और क्रूरता को देखकर उम्रकैद या 30 साल की सजा दी जाती है। रूस :- 20 साल की कठोर सजा.चीन - No Trial, मेडिकल जांच मे प्रमाणित होने के बाद मृत्यु दंड. पोलेंड - सुवरो से कटवा कर मौत Death thrown to Pigs इराक - पत्थरो से मार कर हत्या .Death by stone till last

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आखिर कैसे लटके नभ में

28 दिसम्बर 2015
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"प्रेम और विश्वास"

28 दिसम्बर 2015
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प्रत्याशा

9 जनवरी 2016
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हम एक हैं

26 जनवरी 2016
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मानव – धर्म

26 जनवरी 2016
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जानना

26 जनवरी 2016
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आत्म साक्षात्कार

9 फरवरी 2016
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आत्म साक्षात्कार स्वच्छ एवं निर्मलजलउसमें और कुछभी नहीं होताजब कोई इंसान उसमें और कुछ खोजता हैवह खोजता रहता हैउसकी मानसिकतायह मान ही नहीं पाती किआज केदूषित वातावरण में भीइतना स्वच्छ और निर्मल जलउसे दिखायी दे सकता हैजिसमें सिर्फ स्वच्छ्ता हैनिर्मलता हैऔर वह जल हैसिर्फ जल, और उसमें वह नहींजो वह खोज रह

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आशाओं के पंख

9 फरवरी 2016
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ये देश अब नई दिशा की ओर चल पड़ा है।तो समाज का जन-जन लिए आँखो में सपना खड़ा  है॥है नया कुछ भी नही, फिर भी नया सब लग रहा है।आशाओं के मार्ग में हमे अब नही कोई ठग रहा है॥मन ये विचलित उड़ने को बेचैन और बेताब है।चिङियों के पंखो में भी जोश लाजवाब है॥क्यों ना थाम हाथ उस चिङियाँ का हम भी उङ चलें।और ठान ले की ना

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आशाओं के पंख

9 फरवरी 2016
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1

ये देश अब नई दिशा की ओर चल पड़ा है।तो समाज का जन-जन लिए आँखो में सपना खड़ा  है॥है नया कुछ भी नही, फिर भी नया सब लग रहा है।आशाओं के मार्ग में हमे अब नही कोई ठग रहा है॥मन ये विचलित उड़ने को बेचैन और बेताब है।चिङियों के पंखो में भी जोश लाजवाब है॥क्यों ना थाम हाथ उस चिङियाँ का हम भी उङ चलें।और ठान ले की ना

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आया वसंत आया वसंत

10 फरवरी 2016
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आया वसंत आया वसंतछाई जग में शोभा अनंत।सरसों खेतों में उठी फूलबौरें आमों में उठीं झूलबेलों में फूले नये फूलपल में पतझड़ का हुआ अंतआया वसंत आया वसंत।लेकर सुगंध बह रहा पवनहरियाली छाई है बन बन,सुंदर लगता है घर आँगनहै आज मधुर सब दिग दिगंतआया वसंत आया वसंत।भौरे गाते हैं नया गान,कोकिला छेड़ती कुहू तानहैं स

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अनेकता में एकता

16 मार्च 2016
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जय हिंद जय हिंदी

26 मार्च 2016
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जय हिंद, जय हिंदी अब हिंदी भाषा को अनिवार्य कर ही देना चाहिये प्रशासन के सारे कार्य हिंदी मे होने चाहिये.भारत का हर बच्चा- बच्चा, नर, नारी हर भारतीय यही कहता, यही सोचता, भाषा हिंदी होनी चाहिये[1] हिंद, हिंदी, हिंदुस्तान, भारत, भारतीय, भारती,हर देशभक्त की पुकार, भाषा हिंदी हिंदुस्तान कीस्वदेश मे हिंद

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मेरा भारत महान.......

28 दिसम्बर 2015
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बलात्कार की सजा - अमेरिका : - पीड़िता की उम्र और क्रूरता को देखकर उम्रकैद या 30 साल की सजा दी जाती है। रूस :- 20 साल की कठोर सजा.चीन - No Trial, मेडिकल जांच मे प्रमाणित होने के बाद मृत्यु दंड. पोलेंड - सुवरो से कटवा कर मौत Death thrown to Pigs इराक - पत्थरो से मार कर हत्या .Death by stone till last

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मेरा भारत महान.......

28 दिसम्बर 2015
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बलात्कार की सजा - अमेरिका : - पीड़िता की उम्र और क्रूरता को देखकर उम्रकैद या 30 साल की सजा दी जाती है। रूस :- 20 साल की कठोर सजा.चीन - No Trial, मेडिकल जांच मे प्रमाणित होने के बाद मृत्यु दंड. पोलेंड - सुवरो से कटवा कर मौत Death thrown to Pigs इराक - पत्थरो से मार कर हत्या .Death by stone till last

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मेरा भारत महान.......

28 दिसम्बर 2015
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बलात्कार की सजा - अमेरिका : - पीड़िता की उम्र और क्रूरता को देखकर उम्रकैद या 30 साल की सजा दी जाती है। रूस :- 20 साल की कठोर सजा.चीन - No Trial, मेडिकल जांच मे प्रमाणित होने के बाद मृत्यु दंड. पोलेंड - सुवरो से कटवा कर मौत Death thrown to Pigs इराक - पत्थरो से मार कर हत्या .Death by stone till last

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कोरिया का यह कदम चिंताजनक हैं,,

2 अप्रैल 2016
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आज सुबह जब अखबार का पहेला पन्ना देखा तो ऐसा लगा कि ईश्वर ने मनुष्य को बनाकर बहुत बड़ी भुल की हैं,,मनुष्य से अधिक तो पशु -पक्षी प्रेम की परिभाषा समझते हैं,माफ करना •--ऐसे शब्द बोलने उचित नहीं है लेकिन क्या करें मनुष्य की यह मनमानी लिखने पर मजबूर कर देती हैं,,एक रोटी के लिए दस कुत्

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वैज्ञानिकों का दावा कि खोज लिया पाताललोक जहां पहुंचकर भगवान हनुमान ने श्रीराम-लक्ष्मण को अहिरावण के चंगुल से मुक्त कराया था

2 अप्रैल 2016
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वैज्ञानिकों ने उस स्थान को खोज निकालने का दावा किया है जिसका वर्णन रामायणमें पाताललोक के रूप में है। हनुमानजी ने यहीं से भगवान राम व लक्ष्मण कोपातालपुरी के राजा अहिरावण के चंगुल से मुक्त कराया था। यह स्थान मध्य अमेरिकीमहाद्वीप में पूर्वोत्तर होंडुरास के जंगलों के नीचे दफन है। अमेरिकी वैज्ञानिकोंने ल

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अवसर: डाक विभाग के साथ खोलिए कंपनी, कमाइए लाखों

2 अप्रैल 2016
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यदि आप बेरोजगार हैं या बिना लागत आमदनी करके सफलता के शिखर पर पहुंचना चाहते हैं तो डाक विभाग आपकी मदद कर सकता है। डाक विभाग की कैश ऑन डिलीवरी सुविधा का लाभ उठाकर आप मोटी आमदनी कर सकते हैं। आपको करना बस इतना है कि ऑनलाइन अपने शहर की चुनिंदा दुकानों की खास-खास चीजों का प्रचार कीजिए, आर्डर मिल

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अपनी सर्च हिस्ट्री को स्टोर होने से कैसे रोकें

20 अप्रैल 2016
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ज्ञातव्य है कि इंटरनेट पर आप जोभी सर्च करते हैं, गूगल उसे नौ महीने तक स्टोर करके रखता है. अगर आप बिंग नाम के ब्राउज़र काइस्तेमाल करते हैं तो माइक्रोसॉफ्ट की पॉलिसी के अनुसार उसे 18 महीने तक सेव करके रखाजाता है. विकीपीडिया के मुताबिक़, हर दिन गूगल पर करीब 300 करोड़ से ज़्यादा सर्च किए जाते हैं. स्मार

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प्रथम बूंद अर्ध्य की

20 अप्रैल 2016
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मनुष्य

20 अप्रैल 2016
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प्रेम और विश्वास

20 अप्रैल 2016
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ई-ईश्वर

2 अगस्त 2017
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गीता और विज्ञान

2 अगस्त 2017
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ईश्वर की दृष्टि

2 अगस्त 2017
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शून्य से अनंत तक

2 अगस्त 2017
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मेरा गाँव, मेरा देश

17 अगस्त 2017
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मेरा गाँव, मेरा देशएक दिन अचानकमिल गयेरामू काका शहर में,“ सब ठीक तो है गाँव में ” ?......पूछा मैने……… अचम्भे से जन्मजात शहर – विरोधी - रामू काकाकैसे टहलते शहर में ?“ क्या बतायें बेटा ”,कहने लगे दबी जुबान में....... बच्चों से न रहा जाता अब गाँव मेंनिरर्थक आकर्षण शहर का ही अर्थपूर्ण उनके लिये !अस्वस

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जय हिंद, जय हिंदी

17 अगस्त 2017
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जयहिंद,जयहिंदीअबहिंदीभाषामेंकार्यआरम्भकरनाचाहिये,प्रशासनकेसारेकार्यहिंदीमेहोनेचाहिये|भारतकाहरबच्चा-बच्चा,नर,नारीहरभारतीययहीकहता,यहीसोचता,भाषाहिंदीहोनीचाहिये|| [1]हिंद,हिंदी,हिंदुस्तान,भारत,भारतीय,भारती,हरदेशभक्तकीपुकार,भाषाहिंदीहिंदुस्तानकी|स्वदेशमेहिंदीभाषीकोक्योंअपमानसह

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पहचानो स्वयं को

17 अगस्त 2017
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पहचानोस्वयं कोमन चाहताहै समय को थाम लू मैं पर वह निकलताही चला जाता है। मन करता हैसमय-चक्रको थाम लूँ हर प्रयासविफल हो जाता है दिनरात, रातदिन गुजरते गये।सप्ताहमहीनों मे बदलते गये।कबदशक गये,बच्चेसे युवा हुए। कबभविष्य,भूतमें बदल गया,समय चक्रतो पूरा घूम गया।बस इस पर नकिसी का र

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हिंदी - एक अंतरराष्ट्रीय भाषा

25 अगस्त 2017
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रेखांकित

29 अगस्त 2017
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मेरे सात वर्षीय बेटे ने पूछा -मम्मा, रेखांकित किसे कहते है ?मै जब तक बताती ,मेरी बेटी बोल पड़ी - रेखांकित मतलब "अन्डर लाइंड"सुनते ही,मेरा बेटा खुश,एक ही बार में वह समझ गया,उसने होमवर्क समाप्त कर लिया,जब तक मैं सोच पाती,कि मैं उसे ‘अंडरलाइन्ड’ एक्सप्लेन कैसे करूं,वह तो जा चुका था.होमव

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हिंदी राजभाषा है

29 अगस्त 2017
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शक्तिएक विदेशी आकरहमकोनित ललकार रहीऔरहम व्यस्त हैं,हमकृतसंकल्प हैं -हिंदीहमारी भाषा है,हिंदीराज भाषा है ।राजकाजइंग्लिश में ही होगाहमकोनित पुचकार रहीऔरहम देशभक्त हैं,अनुवादमें व्यस्त हैं ।हिंदीहमारी भाषा है,हिंदीराज भाषा है ।उच्चशिक्षा इंग्लिश में ही रहेगी,प्राथमिकमें भी इ

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