. अनेकता में एकता
संस्कार हमारे एक हैं
संस्कृति हमारी एक है।
कश्मीर से कन्या-कुमारी तक
भारतीयता एक है।
ईश्वर हमारा एक है
रुप इसके अनेक हैं
भाषा हमारी एक है
बहनें इसकी अनेक हैं।
हृदय हमारा एक है
धड़कनें अनेक हैं
मन हमारे एक हैं
भाव हमारे एक हैं।
पूर्वज हमारा एक है
संतानें अनेक हैं
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई
हमसब अंतर्मन से एक हैं।
कच्छ से कामाख्या तक
धर्म हमारा एक है
’धर्म’ शब्द को पहचानो,
संप्रदाय ही अनेक हैं।
मातृभूमि हमारी एक है
क्षेत्र हमारे अनेक हैं।
जननी –जनक एक हैं
हम अनेक में एक हैं।