जीवन में किसी के अधरों पर मुस्कान लाने से श्रेष्ठ और कोई काम नहीं हो सकता है । इस किताब के माध्यम से मैंने एक छोटा सा प्रयास किया है । आशा है कि यह किताब पाठकों को पसंद आयेगी
मन के जज़्बात मेरी कविताओं का एक संग्रह है जिसमें मैंने अपनी कविताओं के माध्यम से जीवन के विभिन्न रंगों को दर्शाने की कोशिश की है।
ये कहानी है एक ऐसी चुड़ेल की जो बला की खूबसूरत दिखाई देती थी उसकी आँखे काली काली जिसको देख कर लोग उसकी आँखों में डूब जाया करते थे ,सुंदरता ऐसी थी की जो उसे देखकता था ,उसके हुस्न का कायल हो जाता दीवाना हो जाता उसपर मर मिटने को उतारू हो जाया करता था, अ
साहित्य समाज का दर्पण होता है। हमारे समाज में और हमारे आसपास बहुत सी ऐसी घटनाएं घटित होती है जो हमारे ही ़जीवन से जुड़ी होती है। ऐसे ही जीवन में घटित होने वाले छोटे छोटे पलों को शब्दों में पिरो कर कुछ लघु कथाओं के रूप में पेश किया गया है। लघु
"मुझे इश्क है तुझी से".... एक ऐसी लड़की की कहानी है जो कॉलेज में जाने वाली अपने परिवार की पहली लड़की है कॉलेज में एक लड़का उसको बहुत प्यार करता है वह भी उस लड़के से प्यार करने लगी है स्वतंत्र विचारों की लड़की क्या घरवालों का विरोध कर पाएगी..........
कविता संग्रह
लोकोक्ति अथवा कहावत किसी भी कथन को सारगर्भित और प्रभावपूर्ण ढंग से संक्षिप्त रूप में व्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम है। हिन्दी और इसकी बोलियों में संदेशपूर्ण और प्रेरक कहावत कहने की सुदीर्घ परंपरा है। यह किसी भी देश के संस्कृति, चिंतन और मूल्यों को भ
🥀🥀🥀🥀अदादत बदल सी गई है.................अब वक्त के साथ अब हिम्मत नहीं होती..................किसी को अपना बनाने की........................!!!!🥀💔🥺 🍁🍁🍁🍁🍁🍁 🌹चलती जिंदगी में ठहरे हुए से हे हम 🌿यूं तो लोगों का मेला है 🌹पर तन्हा है हम 🌿यूं ना पूछो कितनो को
हर बार कहती है क्यों नहीं? तुम इस बार भी क्यों नहीं? अंधेरे से जो बिखरे हैं रोशनी का निशान क्यों नहीं? रातों की खामोशी को सुनने की मजबूरी चिड़ियों की आवाजों की छन छन क्यों नही? वक्त ने बांधी है मेरे दिल की उड़ान भी इस वक्त से लड़ने की ताकत क्य
यह पुस्तक एक लघुकथा संग्रह है । इस पुस्तक में मेरे द्वारा अनुभव की गई अनेक घटनाओं का जिक्र है जो आज के समाज को आईना दिखाती हैं । इस पुस्तक की सभी लघुकथाएँ सच्ची घटनाओं पर आधारित हैं । हो सकता है कि आप भी कहीं न कहीं खुद को मेरी रचनाओं में खोज पाएँ क्
बचपन ही जीवन का सफर होता है। शुरू और हकीकत का सच कहता है। हम सब बचपन की यादों को कहते हैं। मेरा प्यारा मेरा सपना सच हम सोचते हैं। नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र
संगीत एक सच और हकीकत के साथ सफ़र जिंदगी का मंथन है बस यही जीवन में एक सोच और सुरों के साथ ताल बने हैं.......एक कविता
एक अलग ही दुनिया में ले जाने वाली कहानियों का संग्रह है
सुरैया के पिता का निधन हो जाने के बाद उसका इस दुनिया मे कोई नही रह गया , उसके पास इतने पैसे तक नही थे कि अपने पिता के शव को कफ़न से ढक सके, इकलौता घर होने के कारण किसी से मदद मिलने की संभावना भी नही थी अगर वह मदद बुलाने जाती है तो पीछे पिता के शव के
हिंदी के प्रथम काव्य संग्रह को आप सभी सुधि पाठकों के मध्य रखते हुए आग्रह करना चाहूंगा कि काश! हमारे इस प्रयास में हमारे हमसफर हो सकें- चलो तह को जी लें फज़ीहत से पहले। शव-ए-ग़म तो पी लें नसीहत से पहले।। वो शहर-ए-चरागाँ ..वो जोश-ए-तमन्ना। कई जांनशीं थे
यह पुस्तक काव्य संग्रह है। नई भोर, नया सवेरा, सूरज की नई किरण के साथ नई उमंग से भरी कविताओं का संग्रह है ये पुस्तक। इस पुस्तक में अलग-अलग विषयों पर कविताएं लिखीं हैं। इसकी भाषा बेहद सरल एवं स्पष्ट है। मन के भावों को शब्दों में सजाकर एक-एक शब्दो
आप और हम जीवन के सच में आज की पीढ़ी और कल की पीढ़ीगत सोच और मानसिकता है और हम आप और हम जीवन के सच में हकीकत के साथ साथ एक संदेश भी देते हैं कि जीवन में परिवारवाद और विचारों को व्यक्त करना और समझना है। आओ पढ़े
इस डायरी का हर पन्ना पाठक को अपना सा प्रतीत होगा। जीवन के खट्टे मीठे अनुभव इसका हिस्सा है। कहीं चिलचिलाती धूप है तो कहीं शीतल छाया है। कहीं नारी की पीड़ा है तो कहीं अबोध बालक की चींख है। कहीं पशु की विवशता है।
"हां मेरी प्यारी मम्मी आ रहा हूं यार आप इतना जोर देकर बार-बार क्यों बोल रहे हो" मनोज ने अपनी मम्मी से कहा। "बार-बार इसलिए बोलना पड़ रहा है क्योंकि तुम पिछले 2 साल से घर नहीं आए हो, बस आऊंगा आऊंगा बोल रहे हो" मम्मी भावुक होते हुए बोली "घर में इतना बड
Divyanjli Verma द्वारा लिखी गई ये किताब छोटी छोटी प्रेम कहानियो का संग्रह है।