*जहाँ तक रास्ता दिख रहा है, वहाँ तक चलिए।*
*आगे का रास्ता वहाँ पहुँचने के बाद खुद दिखने लगेगा ।।*
कुछ भी कार्य शुरू करने से पहले ये मत सोचो कि परिणाम क्या होगा, या इस कार्य का परिणाम हमारे अनुसार होगा या नहीं होगा, आज हम शुरू करे तो आगे क्या होगा,
आप एक मजबूत इरादे से पूरे आत्मविश्वास से कार्य शुरू करे जब आप अपने बनाए रास्ते पर चलेंगे तो आज भले आपको मंजिल नही दिख रही लेकिन जैसे जैसे आप बढ़ेंगे आप को निश्चित अच्छा रास्ता और मंजिल मिलेगी।।
एवरेस्ट पर्वत पर चढ़ने का रास्ता नही होता है, फिर भी लोगो ने शिखर को छुआ, आप की नजर में आपके दिल में मंजिल है तो रास्ता जरूर बनेगा,
जब आपकी चाह होती है,तो राह जरूर बनती है, ईश्वर भी उनकी मदद करते है जो खुद कुछ करना चाहते है,ईश्वर पृथ्वी पर अवतरित हुए लेकिन कोई चमत्कार नहीं किए कर्म किया और हर जीव को कर्म का पाठ पढ़ाया।।
अच्छा कर्म करो परिणाम ईश्वर देगे, मन में दृढ़ता रखे।।