हाय बचपन ! तेरी याद नहीं भूलती ! वह कच्चा, टूटा घर, वह पुवाल का बिछौना; वह नंगे बदन, नंगे पाँव खेतों में घूमना; आम के पेड़ों पर चढ़ना , सारी बातें आँखों के सामने फिर रही हैं। चमरौधो जूते पहन कर उस वक्
ग़मो के शहर में रहा मैं ढूंढता खुशी,ख़ुशी को थी ख़बर कि मैं ग़मो में हूँ।गगन शर्मा...✍️हिंदी लेखन।
आगरा कालेज के मैदान में संध्या-समय दो युवक हाथ से हाथ मिलाये टहल रहे थे। एक का नाम यशवंत था, दूसरे का रमेश। यशवंत डीलडौल का ऊँचा और बलिष्ठ था। उसके मुख पर संयम और स्वास्थ्य की कांति झलकती थी। रमेश छोट
कुछ दिन पूर्व पंजाब में पी एम की सुरक्षा के साथ जो खिलवाड़ हुआ हम सब ने देखा। अब राजनैतिक पार्टियां अपने अपने निहित स्वार्थ से प्रेरित होकर बहस में उलझी हैं कि उस घटना में प्रधान मंत्री की सुरक्षा भंग
इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह ने दो चार लोगो से पूछ ताछ के बाद , उसे पता चला के श्याम और दिव्या का कुछ चल रहा था | तो पुलिस ने दिव्या को तलव किया , इंस्पेक्टर ने दो सिपाही दिव्या के घर भेजे |जब सिपाही दिव्
लड़की की लाश को एम्बूलेंस में रख कर पुलिस उसे ले गयी | पुलिस अभी राज के बारे में खोज बीन ही कर रही थी की ये गुत्थी और भी उलझ गयी , इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह सोचने लगा , राज के घर वालो ने तो उसकी गुम होन
सीन नंबर 1 शाम हो चली थी और राज आज न तो दोपहर का खाना खाने आया था और न ही अभी तक आया , यादराम ने चिंता जताते हुए कहा | दिव्या ने भी यही बात दुहरायी , हाँ बाबूजी ऐसा तो पहले कभी नहीं हुआ , क्यों के बो
सीन नंबर--1मनप्रीत को पहले से ही शक था कि आज कल गीत कुछ अलग ही उखड़ी उखड़ी हुयी रहती है | अपने फ़ोन का पासवर्ड भी बदल दिया है और किसी को फ़ोन छूने भी नहीं देती है | और ज्यादा उससे बात भी नहीं करती है हमेश
सीन नंबर १ -गीत ने अपने ऊपर झुक रहे राज को जल्दी से खींचा और चुंबन देते हुए कहा - राज कही वो न आ जाये | राज ने भी अपने झटके लगते हुए दो चुंबन देते हुए कहा - क्यों टेंशन ले रही हो अगर आजायेगा तो उसे भी
राजन परेशान सा अपने घर पर बैठा था। दोतरफा मुसीबत ने उसे घेर रखा था। एक तरफ़ वो पी. के. जान के पीछे पड़ा हुआ था तो दूसरी तरफ़ ये इंस्पेक्टर ...
मकसूद अपने बंगले में बेचैन यहां से वहां टहल रहा। वो बहुत गुस्से में था क्योंकि उसके आदमी का क़त्ल उसकी बादशाहत को चुनौती थी।कुछ देर टहलने के बाद वो रुका और ..
साहिल के सवाल के जवाब में भावना ने इनकार में सिर हिलाया।" क्यों ? पुलिस ने क्या किया फिर ? " साहिल ने जोर देकर पूंछा।" पुलिस कुछ महीने पूछताछ करती रही फिर एक साल के बाद ..
भावना के फ्लैट पर पहुंच कर साहिल ने डोरबेल बजाई। कुछ देर के इंतजार के बाद दरवाजा खुला।भावना सामने साहिल को देखकर खुश हो गई।" अरे वाह ! आप यहां ? ..
मोबाइल की लगातार बज रही घंटी से साहिल की नींद खुली। उसने हाथ घड़ी देखी। सुबह के छः बज रहे थे। उसने मोबाइल देखा तो अल्ताफ का फोन था।साहिल ने फोन उठाया।" मियां ! आधे घंटे में होटल छोड़कर और ..
इंस्पेक्टर संग्राम सिंह जब अचल के फार्म-हाउस पहुंचा तो बुधनी का थानेदार मंगल पटेल बाहर खड़ा उसका इंतजार कर रहा था। उसने संग्राम सिंह को सेल्यूट किया और ...
अचल ने जैसे ही साहिल को पहचाना, उसकी आंखें फटी रह गईं। उसने दोनों हाथों से आंखों को रगड़ा और फिर देखा।सामने साहिल ही था ये जानने के बाद उसकी धड़कनें ....
एक नगर के छोटे से गांव में प्रेम प्रसंग को लेकर बहुतायत क्रूरता से एक नवयुवक बाकायदा अपनी प्रेमिक