हर इंसान भयभीत आतंक और डर खौफ का शिकार रहे, देश की प्रगति और विकास के सब रास्ते बंद हो जाए देश भ्रष्टाचार अंधविश्वास का शिकार हो जाए यह यहां के लोगों की मानसिकता है जिसने आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दिया है,
आतंकवाद कोई बाहर से नहीं आया यह हमारे देश की लापरवाही भेदभावपूर्ण व्यवहार से उत्पन्न लोगों के आक्रोष की उपज है जिसका भयानक रूप आतंकवाद के रूप में उभर कर आया है,
बढ़ता आतंकवाद न केवल देश की प्रगति और विकास में बाधा है वरन् मानव के मानसिक और भावनात्मक रूप से अत्यधिक प्रभावित होने का एकमात्र कारण है क्योंकि आतंकवादी गतिविधियां वहीं अधिक प्रभावित होती है जहां अशिक्षित लोगों की संख्या अधिक है और साथ ही बढ़ते आतंकवाद का सबसे अहम कारण टीवी सोशल मीडिया पर दिखाए जाने वाले खतरनाक कार्यक्रम जो आतंकवादी को अपने अंजाम को पूरा करने का जुनून देते हैं,
आतंकवादी संगठन मजबूत हुए हैं क्योंकि हमारे देश में एकता का अभाव है भाई भतीजावाद की सरकार है साथ ही भेदभावपूर्ण रवैया आतंकवाद को बढ़ावा देने का एक मात्र कारण क्योंकि जब जनता की इच्छाओं पर सरकार का ध्यान आकर्षित नही होता तब वह इस तरह के खौफनाक घटनाओं को दिखा आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं और अपनी मांग पूरी करवाते हैं,
इसलिए आतंकवाद बाहर से उत्पन्न कोई संगठन नहीं वरन मानवजाति के अंदर पनप रहा सरकार के प्रति आक्रोष और असंतुष्टि का परिणाम है।