चाहोगे तो भी न भुला पाओगे कभी हमको "रंजन" ,
इस क़दर रुस्वा और बदनाम किया है ज़माने ने।।
8 सितम्बर 2021
चाहोगे तो भी न भुला पाओगे कभी हमको "रंजन" ,
इस क़दर रुस्वा और बदनाम किया है ज़माने ने।।
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मैं एक कवि हूँ. मैं हिंदी कविता, ग़ज़ल एवंग शायरी रचना करता हूँ. बंगाली में सिर्फ गाना लिखता हूँ. मैंने मिर्ज़ा ग़ालिब के ग़ज़लों का इंग्लिश में अनुवाद किया है. मेरा दो वेबसाईट्स है.
https://ghazalsofghalib.com
https://sahityasangeet.com
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,Dमेरे सभी मित्रों को हार्दिक नमस्कार. अपना ख्याल रखें .
9 सितम्बर 2021