शायद दुनिया कायम है दर्द के रिश्ते पर,
कोई नहीं हँसता किसी के गुज़र जाने पर !(रंजन)
3 जनवरी 2022
शायद दुनिया कायम है दर्द के रिश्ते पर,
कोई नहीं हँसता किसी के गुज़र जाने पर !(रंजन)
11 फ़ॉलोअर्स
मैं एक कवि हूँ. मैं हिंदी कविता, ग़ज़ल एवंग शायरी रचना करता हूँ. बंगाली में सिर्फ गाना लिखता हूँ. मैंने मिर्ज़ा ग़ालिब के ग़ज़लों का इंग्लिश में अनुवाद किया है. मेरा दो वेबसाईट्स है.
https://ghazalsofghalib.com
https://sahityasangeet.com
,
,D