!!रिद्धिमा सोच रही है कितनी शांति है और कितनी खूबसूरती है यहाँ पर सच में आ कर बहुत अच्छा
!!
शोर शारवा से दूर प्रकृति के गोद में आ कर बहुत अच्छा लग रहा है दिल को ये शांति कितनी भाती है न
अरे रिद्धिमा चलो अब इनलोगों के साथ रिवर रफाटिंग के लिए खुद से बोलती है हूँ.....😄😄
थका कर हमें छोड़ देंगे अगर कोई रुकता तो भगवान कसम हम नही जाते रिवर राफ्टिंग सफ्टिंग.....
करने घूमो और थक जाओ.
पता नही कैसे भाभी इतना घुमती है और काम भी कर लेती है।
"उसका दिल कहता है शायद वो हर वक्त खुश रहती है और सबको खुश रखती है इसलिए वो थकती नही है।
सच्ची में."....
अरे चलो सब कहाँ हो लेट हो जाओगे......
अरे यँही सब हूँ.
सब चले जाते हैं रिवर राफ्टिंग करने खूब मजे करते हैं रिद्धिमा को भी थोड़ा अच्छाभी लगता है लेकिन वो डर भी रही है।
रीमा अरे मजा आ गया।
नही मुझे तो डर लग रहा है.
रिद्धिमा कहती है।
सब हँसने लगते हैं पूछते हैं पहली बार आयी हो
!!वो मासूमियत से सर हिला देती है !!
रिद्धिमा रीमा से कहती है अरे तुझे डर नही लगता है
नही रे.....
तू अच्छी है मुझे तो डर लगता है अगर पता होता तो हम नही आते.....
सब वापस घूम कर कैम्प में आ जाते हैं।
रिद्धिमा कहती है उफ्फ.......
बेकार में थकने गई थी वो सोची अच्छा चलो एक दिन गुजर गया।
वो सब मिल कर किसी ढावे पर चल कर खाने का आईडिया बना रहे हैं।
रिद्धिमा सोची मैं तो बहाने बना कर नही जाने वाली हूँ
इन लोंगो के साथ।
!!मुझे तो ऋषिकेश के खूबसूरत नजारे देखनी है। पहले सुनती थी आज इतना खूबसूरत नजारा देखने को मिलेगा!!
और गंगा आरती वो तो देखने पता नही ये लोग जायँगे या नही मुझे तो जाना है
आज तक बस सुनती और पढ़ते आयी हूँ आज और कल तो देखूंगी भी।
वॉव.........
"सच्ची में प्रकृति इतनी खूबसूरत कुछ हो ही नही सकती है।"
अरे रिद्धिमा चलो न सब यहाँ के खाने का स्वाद लेने
अरे नही मुझे नही जाना।
!!अरे गंगा आरती तो देखने चलेगी न.....
हाँ वो तो जाऊंगी ही तो फिर चल,
रिद्धिमा सब के साथ चली जाती है खूबसूरत नजारे देख कर बस वो उसमें खो सी गई थी, सबसे अच्छा उसे गंगा आरती लगी।
फिर वो देख कर अपनी सारी थकान भूल जाती है, और उन खूबसूरत नजारों को बस देखती रह जाती है।
फिर सब खाना खा कर कैम्प में आती है।
सब थके होते हैं। सब सोने चले जाते हैं रिद्धिमा सोचते रहती है कैसे सोऊँ मैं मुझे तो नींद आएगी भी नही।
पता नही कब सोचते सोचते सो गई उसे खुद पता नही चलता है।
सुबह जब शोर हुआ तो वो घबड़ा कर जगती है
रीमा क्या हुआ कुछ नही वो डर गई थी मुझे लगा हम अपने कमरे में सोये हुए हैं।
हाहाहा तू डरती बहुत है।
अरे नही वो ऐसे ही.....
फिर वो फ्रेश होकर आती है, फिर सोचती है भाभी से बात कर लूँ।
वो फोन लगाती है उधर से प्रिया कैसी है।
ठीक हूं अरे भाभी बहुत थक गई पर बहुत अच्छा लगा
यहाँ के खूबसूरत नजारे देख कर।
हाँ सभी कहते हैं वंहाँ की खूबसूरती के बारे में।
अच्छा भाभी आज सोची रही कुछ शॉपिंग कर लूँ,
क्या कहती हो....
अरे तेरा दिल करता है तो करले न।
पर क्या खरीदूँगी कुछ बताओ न मुझे तो कुछ समझ नही आता है।
आप होती तो बात कुछ और होती है।
अच्छा सारे जगह हम कैसे जा सकते हैं। तू ही बता.....
अच्छा बाबा सॉरी....
अब से नही बोलेंगे ऐसी नीरस बातें जिससे मेरी भाभी जान नाराज हो जाती है।
अरे नही मेरी जान जिंदगी में आगे बढ़ा जाता है....
तू है की मानती ही नही है।
अच्छा चल बाय तेरे भैया को टिफिन देना है ऑफिस जा रहे हैं।
रिद्धिमा सबसे कहती है आप सब घूमो हम आते हैं, थोड़ी शॉपिंग करके।
रीमा कहती है अरे मुझे भी जाना है।
फिर सबको बोल कर वो दोनों मॉल चले जाते हैं।
मॉल में घूमते घूमते रिद्धिमा सोचती है आज न पूरे दिन मॉल में ही न घूमते रह जाऊं।
वो अपनी भाभी के लिए गिफ्ट लेती है और भाई के लिए
और अपने लिए अभी सोच रही है,तभी रीमा कहती है हो गई तेरी शॉपिंग।
वो ना कहती है.....
रीमा हँसती और कहती कभी कभी अपने लिए भी कुछ ढूंढ लो क्या पता यहाँ कोई मिल जाय।
दोनों बातें करते हुए आते हैं रिद्धिमा कहती है तूने कर लिया।
रीमा कहती हैं थोड़ी और बची है तो इधर उधर से ले लूँगी।
रीमा कहती चल कॉफ़ी पी कर चलेंगे।
सब सोच रहे होंगे की आज ऋषिकेश की सारी शॉपिंग हो गई है लगता है कुछ नही बचा है।😄😄
रिद्धिमा हँसती है और कहती है तू भी न.....
अच्छा चल अब चलते हैं बहुत लेट हो गया।
दोनों निकलते हैं रीमा कहती तुम रुको हम अभी आते हैं ऑटो लेकर।
रिद्धिमा वहीं पर कुछ देख रही है तभी कोई उससे टकरा जाती है और वो गिरते गिरते किसी ने उसे बांहों में पकड़ लिया।
वो कुछ समझ नही पाती है उसका गिफ्ट भी गिर जाता है।
वो उसे डांटते हुए लड़की देखा नही और बदतमीजी करने लगे छोडो मुझे क्यों धक्का दिया।
वो लड़का हेलो.....
मैंने आपको बचाया और आप मुझे ही डांट सुना रही हो,
हद हो गई है।भलाई का जमाना नही है।
तुम्हें किसने कहा बचाने गिर जाती तो गिर जाती,
आप का क्या जाता।
अच्छा अब से आप गिरो तो कोई नही बचाएगा।
समझी गलती हो गया.....
बाप रे ऐसी लड़की भी होती है....
क्यों पहली बार देखो हो लड़की क्या?
नही ऐसी लड़की तीखी मिर्ची तो पहली बार ही देखा है।
भगवान करे फिर न मुलाकात हो।
एक तो बचाया न सॉरी न थैंक्यू.....
हद हो गई है यार बचाने वाले को और गाली भी सुनना पड़ता है।
रीमा क्या हुआ किस से झगड़ा रही हो
कुछ नही एक अड़ियल घोड़ा था जो अपने आप को, बहादुर समझ रहा था।
अच्छा चल अब
रिद्धिमा पता नही कैसे कैसे लोग होते हैं....
रीमा कहती है....
अरे यार एक तो बचाया और तू उसे ही डांट रही है।
हमने थोड़े ही कहा बचाने गिरने देता उसका क्या जाता है।
अच्छा अब चलते हैं रिद्धिमा गुस्से में कहती है।
दोनों वापस कैम्प के पास आते हैं।
लेकिन रिद्धिमा सोच रही है सच्ची में उसे डांट दिया।
हूं...... बड़ा ने उसके ख्यालों में उलझे हुए।
क्रमशः.......