!!सुबह प्रिया देखती है रिद्धिमा अभी तक सोयी है!"
"अरे रिद्धिमा अभी तक सोयी है आज जाना नही है
भूल गई ट्रिप पर "।
!ओहो भाभी आपने जगाया नही!
ओह नो.....
!!मैं लेट हो गई अरे भाभी जल्दी चाय दे दो ना,आज मेरे हाथ की चाय आपको और भैया को नही मिलेगी....
कोई बात नही बस दो दिन बाद तुम आएगी,तो फिर
साथ में चाय पिएंगे।
अच्छा आ जल्दी से चाय पी कर तैयार हो जाना....
हाँ भाभी अभी आयी अरे भाभी
कुछ खाने भी दे देना....
अच्छा तेरे बोलने से पहले से तेरे लिए पैक कर के दे दी हूँ, वैसे तू खायेगी नही लेकिन खा लेना पता नही कब तक तू पहुंचेगी।
अच्छा मेरु भाभी खा लूँगी।अब जाने दोगी या यँही खा लूँ
हँसते हुए रिद्धिमा जाने लगती है।
अपने भाई भाभी को बाय बाय करती हुई चली जाती है।
!!भाभी को kissi करते हुए......
"प्रिया अरे बाप रे इतनी जोर से हाहाहा हँसते हुए प्रिया बाय करती है।"
रवि अच्छे से जाना अपना ख्याल रखना।
अच्छा ठीक है।
जा तू..... तेरे भैया तुझे अपनी मोटी बना कर रखेंगे
रिद्धिमा चली जाती है।
रवि प्रिया से अरे गोलगप्पे तू ने भेज तो दिया पर मेरा दिल डरते रहेगा जब तक वो नही आ जाएगी।
कितना करके वो खुद को संभाली है फिर कुछ हो न जाय
अरे कुछ नही होगा तुम न खामखा ऐसे ही अपनी मोटी के लिए डरते रहते हो और मुझे भी डराते रहते हो
!!देखना उसकी जिंदगी में सब अच्छा होगा उसे फिर से वो खुशी मिलेगी जिसकी वो हकदार है !!
काश तुम्हारी बातें सच हो जाय गोलगप्पे.....
अगर तुम नही होती तो पता नही कौन उसकी इतनी फिक्र करता।
अच्छा चलो जरा चाय बना कर पिला दो......
बहुत तारीफ सुन ली हूँ......😄😄
कितने दिन हो गए तुम्हारे हाथ की चाय पिए हुए.....
अच्छा क्या बात है मेरी गोलगप्पे......
आज चाय की तलब हो रही है मेरी गोलगप्पे को इरादे
मुझे ठीक नही लग रहे हैं।
चुप मेरे इरादे ठीक है अपनी देखो....
तुम चाय पिला रहे हो या......
अरे जा रहा हूँ
अरे रवि रिद्धिमा के जाने से घर सुना सुना लग रहा है।
हाँ तू उसके साथ बड़बड़ करते रहती है न।
!!लो आ गई मेरी गोलगप्पे की चाय कुम्भकरण के हाथ की !!
आज तू भी पी कर कुम्भकरण मत बन जाना......😄😄
हाहाहा देखो चाय में कुछ मिला तो नही दिए हो ।
हाँ मिलाया है न अपना सारा प्यार इसमें मिला दिया।
Wow तब तो क्या कहना......
सच्ची में रवि तेरे हाथ की चाय पी कर पुरानी यादें ताजी हो गई।
अच्छा चल तू पुरानी यादों के पास जा हम चले ऑफिस
रिद्धिमा अपने ऑफिस के दोस्तों के साथ बस में बैठी है सब बातें कर रहे हैं
रीना अरे तू किन ख्यालों में खो गई बात करना....
अरे कुछ नही तुम सब बातें करो न
हम सुनेंगे.....
रीमा अरे यार यहाँ हम सब राम कथा सुना रहे हैं जो तू ध्यान लगा कर सुनते हुए पहुंच जायगी।
हाँ ऐसा ही हँसते हुए रिद्धिमा कहती है।
रिद्धिमा अपनी भाभी से ही जितना बात कर ले दूसरे से बस काम भर ही बातें करती है
वो तो अपने ही ख्यालों में खोई खूबसूरत नजारे को बस देख रही है और मुस्कुरा रही है।
बातों बातों में समय का पता ही नही चला सब अपनी मंजिल पर पहुंच गए।
रिद्धिमा थोड़ा डर भी रही थी।अकेले वो भी ये लोग कहाँ रुकने का प्रोग्राम बनाये हैं।रिद्धिमा को क्या किसी को नही पता था कोई होटल कोई कैम्प पता नही कहाँ रुकेंगे
कुछ अभी तक सोचे भी नही था,क्योंकि रिद्धिमा के लिए कैम्प में रहना थोड़ा अजीब लग रहा था, पर सब के साथ तो रहना ही पड़ेगा न अब।
अब कर भी क्या सकती है।
अरे ये भाभी मुझे यहाँ भेज दी वरना हम आते भी नही
ये लोग अभी तक कुछ सोचे ही नही क्या करुँ। सोच रही थी,तब तक भाई भाभी को बता देती हूँ की हम सब अच्छे से पहुंच गए है।
पता ही नही चला समय का......
तभी उसका फोन बजता है अरे भाभी आप को याद किया और आप आ गई
अरे तू मेरी सबसे प्यारी चीज है
तो तू याद करे और मैं याद न आऊं 😄😄
और बता कैसा लग रहा है।
हाँ ठीक ही लग रहा है अरे इतनी अच्छी और खूबसूरत ट्रिप पर जा कर बस ठीक ही लग रहा है।
ओह अगर मैं होती तो कितना मजा आता मुझे,
तो आ जाती आप ही क्यों हमें भेजा हाहाहा...
प्रिया अच्छा.....
जी मेरी प्यारी भाभी जान.....
अच्छा अच्छा से खूब एन्जॉय करना कोई मिले तो अपना भी बना लेना...
अरे भाभी जाओ तुम भी न बस मेरी टांग खींचते रहती हो
हमें जो चीज पसंद नही है, वही आप न बारबार बोल के
मुझे तंग करती हो।
अच्छा पता है तेरे बिना यहाँ खाली खाली सा लग रहा है।
और रवि तो जब तक तुम आओगी नही तब तक मेरे सर का रायता बनाते रहेंगे।
अच्छा तू अच्छे घूमना और कहाँ रुकी है।
अरे भाभी ये लोग अभी कुछ भी नही डिसाइड किये हैं अभी सब देखो अभी कुछ नही कह सकती हूँ।
अच्छा ठीक है चलो बाय बाद में फोन करती हूँ,
अच्छा ठीक है।
रिद्धिमा ने सोचा पता नही ये लोग ऐसे ही तो नही रहेंगे, तभी सब आते हैं अरे कितना करके कैम्प के मैनेजर से आग्रह किया तब पांच कैम्प दिया।
ओहो सब ने राहत की सांस लिया।
अच्छा चलो जो भी मिला सब मैनेज कर लेंगे हम सब।
रिद्धिमा सोच रही है हे भगवान मुझे रीमा के साथ मिले किसी और के साथ तो हम कैसे रहेंगे।
तभी रीमा आती है और कहती है चलो सब को थोड़ी दूर पर कैम्प मिला है।
सब ने कैम्प में आ कर फटाफट चेंज किया फिर सब खाने चले गए।
रिद्धिमा का तो भूख के मारे बुरा हाल था।
सबने खाने के साथ भी बातें कर रहे थे की अब आगे क्या करना।
रिद्धिमा सोच रही है, अहा.......ये ठंडी ठंडी हवा का झोंका कितना अच्छा लग रहा है।
कितना शांति है यहाँ पर पता नही सब इसे छोड़ कर क्या
करने का प्रोग्राम बना रहे हैं।
सबने कहा आज रिवर रफाटिंग कर लेते कल ऋषिकेश दिन भर घूमँगे।
सबने कहा हाँ आईडिया अच्छा है,बहुत मजा आएगा।
रिद्धिमा खाक मजा आएगा,और थक भी जाऊंगी
लेकिन सब के साथ रिद्धिमा को तो जाना पड़ेगा ही न
अकेले कैसे रहेगी।
क्रमशः......