!!प्रिया कहती है लगता है वो आज अपने कमरे से बाहर नही निकलेगी !!
शायद थकी होगी,
रवि मोटी सो गई आजा न यहाँ देख किसी से तुझे मिलवाता हूँ।
वेदांत खुद से बाप रे इससे जितना दूर रहूँ उतना अच्छा है. खूंखार शेरनी से वरना खा ही जायगी।
रिद्धिमा हूँ उससे मिल कर हमें क्या करना है। बड़ा ने आया है विदेश से लड़कियों से बात करने तो आता नही है और अपने को ओवर स्मार्ट समझ रहा है।
फिर रिद्धिमा खुद से कहती अरे उस अड़ियल के बारे में क्यों हम इतना सोच रहे हैं?
जाये मेरी वला से भाभी का भाई भाभी जाने,
मुझे क्या काम है इस अड़ियल से।
लेकिन रिद्धिमा वेदांत के सामने जाने से कतरा रही थी
वो जितना वेदांत के बारे में नही सोचना चाह रही है।वो उतना ही उसके बारे में सोचती ही जा रही है।
तभी कमरे में रवि आता है।अरे मोटी उठ न खाना नही खायेगी।
नही भाई अभी सोने दो न वो बहाना बना देती है।
क्यों तबियत ठीक तो है न?
हाँ भाई बस थकी हूँ,
आप सब खा लो न हमें भूख लगेगी तो बाद में खा लूँगी।
अरे चलो न वेदांत से मिलवाता हूँ तुझे।
कल मिल लूँगी
अच्छा कोई बात नही
अरे प्रिया मोटी खाना नही खा रही है।
दौड़ते हुए आती है क्या हुआ इसे?
अरे कुछ नही भाभी ठीक हूँ अभी मन नही कर रहा है, कुछ भी खाने का बाद में खा लूँगी।
रवि अरे आती तो इसके भाई से मिलवाता....
!!प्रिया कोई जरूरत नही है ये दोनों झगड़ते झगड़ते यहाँ तक पहुंच गए हैं ....
"अरे ये कैसा इतिफाक हो गया दोनों के साथ"
ये तो बड़े ही मजेदार बात हो गई.......
अरे भाई कुछ नही भाभी न अपने भाई के तरफ रहेगी न
देखो न कह रही है दोनों एक जगह पहुँच गए हैं।
"इधर वेदांत बाप रे सबको अपने अंगुली पर नचाते रहती है कितने नखरेबाज है"।
वो मेरी वजह से तो नही आ रही है तीखी मिर्ची सबके साथ खाने......
शायद यही वजह होगा मेरा दिल कह रहा है।
अच्छा कोई बात नही तू आराम कर,
हम सब खाने जा रहे हैं।
रिद्धिमा गुस्से में इस अड़ियल की वजह से मुझे भूखा रहना पड़ रहा है।
इसके साथ अब तो सुबह शाम रहना पड़ेगा।
!!हे भगवान प्लीज प्लीज उस अड़ियल से मेरा सामना न हो प्लीज भगवान जी बचा लेना !!
वेदांत हूँ देखो न अपने भाई के सामने कितनी सीधी बन रही है,और मुझे देखते ही खूंखार शेरनी बन जाती है।
अरे जीजू अपनी बहन को इतना भी सीधी मत समझने की भूल करना ये तो बस मुझे ही पता है की ये क्या चीज है।
!!उफ़....कहाँ आ कर हम फंस गए हे भगवान इस खूंखार शेरनी से मुझे बचा कर रखना भगवान जी!!
अरे भगवान जी इस लिए बोल रहा हूँ की ये इलाका इस खूंखार शेरनी का है न तो हम कुछ भी किये तो गए काम से 😄😄
अरे कहाँ है भाई आजा खाना खा लेते हैं।
वेदांत चुपके से क्यों दिदु तेरी तीखी मिर्ची को क्या हुआ जो कमरे में बंद है।
अरे चुप बदमाश.....
ओय ननद की चमची बड़ा प्यार करती है अपने भाई को भूल कर....
अच्छा तो मैं कल चला जाता हूँ......
मुझे नही रहना जब मेरी दिदु मुझे प्यार ही नही करती है, बस उस तीखी मिर्ची के ही गुणगान में लगी रहती है।
तभी रवि अरे मेरी गोलगप्पा कहाँ है।
अरे यंही तो हूँ अभी आयी।
वेदांत अरे दिदु कितना सब को तुम करती हो पहले तो हम सब से काम करवाती थी अभी इस तीखी मिर्ची से कुछ नही कहती है दुनिया जहाँ का सारा प्यार बस इस तीखी मिर्ची के लिए ही है दिदु के पास।
फिर सब खाना खा कर घूमने चल देते हैं फिर सब वापस आ कर सोने चले जाते हैं।
प्रिया समझ रही है की रिद्धिमा मेरे भाई से शरमा रही है।
वो जानकर उसके सामने नही आना चाह रही है।
प्रिया को लग रहा है वो भूखी होगी पर अपनी जिद की वजह से खाने नही आयी हम सब के साथ।
रिद्धिमा को लगता है सब अपने कमरे में चले गए होंगे अच्छा अब जा कर खाना खा लेती हूँ।
फिर सोचती है अब कल से क्या बहाना बनूँगी कुछ समझ नही आ रहा है।
पता नही क्यों मुझे उसके सामने आने से डर लग रहा है।
वो सोच कर खुद ही शरमा जाती है।
रिद्धिमा सोच रही है इस अड़ियल को मेरे घर आने की जरुरत क्या थी जो मुँह लटकाये मेरे घर आ गया और मुझे भूखे मार रहा है।
हूँ... खुद खा कर पलंग तोड़ रहा है और यहाँ भूख के मारे मेरी जान जा रही है।
वो खाने के लिए दरवाजे खोल कर देखती है कोई नही है, फिर वो खाने के लिए जाती है।
वो खुद सोचती आखिर क्यों मुझे उससे शरम आ रही है।
इधर प्रिया सोच रही है दोनों बड़े ही प्यारे लगते हैं झगड़ते हुए बड़े ही मासूम सा।
!!अगर रिद्धिमा वेदांत को पसंद कर ले तो कितना अच्छा होता न!!
"काश ऐसा हो जाता तो हमें दुनिया की सारी खुशियाँ मिल जाती"
अगर वेदांत उसकी सच्चाई को जान कर इंकार कर दिया तो।
नही नही बेचारी टूट कर बिखर जायगी कितनी मुश्किल से सम्भली है।
तभी कुछ गिरने की आवाज आती है प्रिया डर जाती है।
रिद्धिमा को कुछ हुआ तो नही वो दौड़ कर कमरे से बाहर निकलती है तो रिद्धिमा दिखती है।रवि क्या हुआ मोटी......
अरे कुछ नही भाई वो प्लेट छूट गया है आप सब जाओ न सोने।
प्रिया नही तुझे कहा था न खा लो पर,तुम बहुत जिद्दी हो
कुछ नही समझती है।
बस अपने मन का करती हो ।
चल आजा तू खा ले फिर हम सोने जायेंगे।
अरे नही भाभी आप दोनों जाओ न सोने हम खा कर सो जाएंगे।
प्लीज प्लीज.....
अच्छा ठीक है रिद्धिमा उन दोनों को कमरे में भेज कर
राहत की सांस लेती है।
!!अरे इस अड़ियल को नींद नही आती है जो उल्लू की तरह घूम रहा है आज इसकी वजह से हमें भाभी और भाई से झूठ बोलना पड़ा !!
क्रमशः