लेकिन वो तो नही आया पर उसके मरने की खबर आई । वो जिस कार से आ रहा था उसका एक्सीडेंट हो गया।
मेरी तो दुनिया ही उजड़ गई मैं रेहान के साथ कितने सारे सपने देखे थे वो टूट गया मैं खुद को सुसाइड कर ली थी मैं जीना नही चाहती थी।
पर मेरी भाई और भाभी ने मुझे बचा लिया।
और मैं ने फिर अपने आपको पत्थर की मुरत बना ली।
हमें लगा मेरी वजह से रेहान की जान चली गई खुद को उसका गुनहगार मानती हूँ,बस इस गम ने मेरे दिल में प्यार
के लिए कोई रास्ता ही नही बचा बस नफरत ही नफरत भर गई सोची जिसे इतना प्यार किया उसकी जान हमने ले लिया।
वेदांत बोल आप क्यों अपने आप को गुनहगार मानती है।
जिसे जाना होता है उसे कोई नही रोक सकता है।
इस लिए हमारे घर में होली नही मनती है।
अगर आपको कोई इतराज न हो तो आप मेरे प्यार को स्वीकार कर सकती हो।
रिद्धिमा प्लीज आप किसी और को अपने लिए पसंद कर लीजिए।
मैं आप से प्यार नही कर सकती हूँ। मैं पत्थर की मूरत हूँ।
वेदांत एक बात बताऊँ मैं आपको पहली बार देखा तो अपना दिल दे दिया अब तो आपसे झगड़ा कर करके प्यार हो गया है।
प्लीज एक बार आप मुझ पर विश्वास तो करो कोई तकलीफ नही होने दूँगा।
मुझे पता है बस मैं आपके काबिल नही हूँ प्लीज आप बात को समझो।
वेदांत कहता है आपकी हाँ का इंतजार है बस इस बार की होली आपकी खुशियों के नाम होगी।
वैसे मैं आपको बता दूँ मैं कोई गया गुजरा बदतमीज लड़का नही हूँ।
अच्छा तब आप क्या हो।
वेदांत हँसता है और कहता है आपकी जान बचाने वाला दिल का आशिक डॉक्टर वेदांत हूँ।😄😄
पता है जब से आपका एक्सीडेंट हुआ है तब से मेरी नींद उड़ गई है खैर जाने दो नही तो आपको फिर से गुस्सा आ जएगा
खामखा।
रिद्धिमा हमें आप माफ कर दो हमें भी आपसे झगड़ा करना अच्छा नही लगता था पर मजबूरी की वजह से करता था कहीं आपके लिए मेरे दिल में प्यार न हो जाय।
क्योंकि मुझे अब प्यार के नाम से डर लगता है।मुझे तो अब खुद से डर लगता है तो प्यार का तो नाम भी जुबां पर नही लाती हूँ
वेदांत एक बार तो हाँ कर दियजिए।
फिर तो आपको उड़ा कर ले चला जाऊंगा।
वेदांत आपकी बस हमें हाँ चाहिए बस फिर दिदु जीजू को तो मना ही लूँगा।
नही वेदांत प्लीज आप बात को समझो हमें आप से प्यार नही है।
और मैं किसी और की जिंदगी अपने प्यार के वज़ह से उसे मौत को गले लगाने नही दें सकती हूँ।
मुझसे अब प्यार नही होगा आप बात को समझो
आप इतने अच्छे और खूबसूरत हो आपको कोई और मिल जाएगी
मैं अपनी जिंदगी में खुश हूँ और अपनी जिंदगी में रेहान की यादों के संग कट जाएगी।
वेदांत आप क्यों झूठ बोल रही है आप हमें याद नही कर रही थी जब मैं चला गया था तो बोलिए।
नही ये सच नही है।
ठीक है जब तक आप हाँ नही करोगे तो मैं यँही रहूँगा बोलो मंजूर है।
रिद्धिमा प्लीज आप अपने कमरे में चले जाओ मुझे आराम करना है।
वेदांत ठीक है तब अभी तो चला जाता हूँ कल सबके सामने आप का हाथ मांग लूँगा बोलो मंजूर है न।
रिद्धिमा प्लीज आप समझते क्यों नही हो हमें प्यार नही है आपसे।
और ये बचपना आप छोड़ दो आपको मेरी नफरत ही सहनी पड़ेगी।
वेदांत आपको प्यार हो जयेगा हमसे ये पता नही है बस हमें तो प्यार है न आपसे बोलिए।
अब हम प्यार करेंगे तो आप कैसे किसी को रोक सकती हैं।
ये मेरी मर्जी है इससे आपको नफरत तो नही हो सकती है न।
रिद्धिमा कुछ नही बोलती है।
वेदांत उसके कान में ❤आई लव यू ❤कह कर चला जाता है।
रिद्धिमा के पुरे शरीर में जैसे लगा करंट तो नही लग गया है इतने पास से वेदांत उसे आई लव यू जो बोल कर सीटी बजाते हुए रिद्धिमा को आंख मारते हुए चला जाता है।
रिद्धिमा कहती है सच में ये अड़ियल है।
रिद्धिमा का दिल कहता है क्यों हाँ नही बोल रही हो।
क्यों दिल में छुपा कर रखी है क्यों पत्थर की मुरत बन कर जी रही हो।
रिद्धिमा खुद से बातें करते करते सो जाती है।
वेदांत को नींद नही आ रही है वो सोच रहा कब ये रात, गुजर जाय कब वो अपनी दिदु और जीजू से अपने प्यार की बात करे।
रिद्धिमा के बारे में सोच कर वो परेशान हो जाता है कैसे इतनी तकलीफ वो सहती रहे अकेले।
वैसे मुझे फर्क नही पड़ता है मैं तो उसे प्यार करता हूँ न वो भी करती है बस कुछ हो न जाय मुझे बस इस लिए डरती है।
वेदांत रात भर सोया नही बस करवट बदल कर रात गुजार दिया।उसने सोचा शायद दिदु और जीजू को शायद थोड़ी भी खुशी मिल जाएगी तो वो दोनों कितना खुश हो जायेंगे।
सुबह प्रिया देखती घर एक दम शांत है कुछ तूफान तो नही आने वाला है
वो रिद्धिमा को देखती है सोचती है लगता है अभी सो रही है।
फिर वो वेदांत के कमरे में जाती है तो वेदांत कमरे में नही है वो डर जाती है कहीं चला तो नही गया।
शायद लगता है वो नाराज तो नही हो गया है कल की बातों से।
फिर सोचती है अच्छा देखती हूँ उसे फोन लगा कर थोड़ी देर में।
प्रिया सोच ही रही थी तो देखता है वेदांत बहुत सा सामान लेकर आ रहा है और चेहरे पर रंग लगा हुआ है
प्रिया अरे कहाँ चला गया था बस बाहर गया था तुम सबके लिए होली का तोहफा लाने।
प्रिया अरे किस लिए तुझे पता नही है हमसब होली नही मनाते हैं
अरे दिदु हमें सब पता है अब से तुम भी होली खेलोगी रंगों के साथ।
नही वेदु प्लीज मत ऐसा कर रवि और रिद्धिमा गुस्सा हो जायेंगे।
अरे नही दिदु उस तीखी मिर्ची को और जीजू को हम मना लेंगे बस तू देखती जा।
वेदांत रवि और प्रिया को बुलाता है और कहता है रुको आपदोनों हम अभी आते हैं और वो रिद्धिमा को बुलाने जाता है।
रिद्धिमा प्लीज आप समझ नही रहे हो मेरी बात आप बचपना कर रहे हो।
वेदांत उसके करीब जा उसके मुँह पर अंगुली रख देता है
और धीरे से कहता एकदम चुप आप चलो नही तो लेकर भाग जाऊंगा।
इधर प्रिया डर रही है अब ये क्या कारनामा करेगा।
रवि अरे साले साहब कहाँ छुप गए हो हमें यहाँ ला कर।
तभी वेदांत रिद्धिमा को साथ लेकर आता है और कहता है आज के दिन आपसब से एक चीज मांगता हूँ आपदोनों को कोई एतराज तो नही है।
रवि क्या चाहिए साले साहब आपके लिए कुछ भी दे सकता हूँ।
वेदांत आपकी सबसे प्यारी चीज चाहिए आप दे सकते हो।
हाँ प्रिया और रवि दोनों एक साथ बोले।
वेदांत रिद्धिमा का हाथ पकड़ कर कहता है बस ये चाहिए और कुछ नही।।
रवि और प्रिया दोनों चुप कुछ बोल ही नही पाये।
रवि ये बचपना है ऐसा नही बोलते हैं
अरे जीजू मुझे सब पता चल गया बस आप दोनों की हाँ चाहिए।
प्रिया तुझे कैसे पता अरे तीखी मिर्ची ने सब बता दिया था रात में वेदांत सारी कहानी बता देता है फिर कहता है अगर आप सबको एतराज नही हो तो आज सब मिल कर होली खुशियों के रंग में रंग कर मना लें।
रवि कहता है इससे बड़ी होली तो हो ही नही सकती है तो चलो सब मिलकर मनाते हैं होली।
प्रिया रिद्धिमा से पूछती है तुझे प्यार हो गया न इससे
रिद्धिमा शरमा जाती है।
वैसे मेरा भाई है तो बड़ा प्यारा तुझे पलकों पे बिठा कर रखेगा।
वेदांत पर जरा ये है तो तीखी मिर्ची जरा इसे मीठा तो बना दो फिर रखूँगा पलकों पर।
सब की खुशी देखते बन रही थी।
प्रिया वेदांत को कैसे तेरा शुक्रिया करूँ भाई आज तूने जो खुशी दी है उसका।
बस इस खूंखार शेरनी को बोल दे ऐसे मुझे मत देखा करे
जैसे लगता है मुझे खा जाएगी।
वेदांत हँसते हुए चुपके से रिद्धिमा के गालों पर ग़ुलाल लगा कर खुद भी लगा लेता है रिद्धिमा उसे बस देखते रह जाती है।
जिस होली ने रिद्धिमा की खुशी छिनी वही होली उसकी खुशी बन कर आ गई।
ये कहानी और मेरा साथ अब बस यँही तक मेरे खट्टे मीठे दोस्तों।
अब अगली कहानी में मिलेंगे बस ये साथ बना रहे आपका और मेरा बस इसी दुआ के साथ अगले सीजन में मिलेंगे
इसे प्यार हो जाय के
ये कहानी यंही सम्पूर्ण करने की इजाजत चाहती हूँ अपने खट्टे मीठे पाठकों से।
समाप्त 🙏