ये गूगल के मात्र दो चित्र नहीं , इसमें भविष्य छिपा है ! चीन को अरब सागर होते हुए हिंद महासागर पहुंचना है ! विश्व शक्ति बनने के लिए उसे इसका स्थायी इंतजाम करना है ! और वो कैसे पहुंच रहा है यह पहले मैप में है ! चीन पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर(CPEC) के द्वारा ! कॉरिडोर बोले तो गलियारा-गैलरी, सरल शब्दों में गली ! वो भी कैसी गली? किसी देश को बीच में से चीरते हुए ! क्या कोई स्वतंत्र और स्वाभिमानी देश अपनी छाती पर ऐसा होने देगा ? नहीं ! और जो राष्ट्र दूसरे के घर में घुस कर ऐसा कर पाने में सफल हो रहा है वो कितना धूर्त और षड्यंत्रकारी होगा ! अब चीन इतना खर्चा और माथा पच्ची करके ये मार्ग कोई घूमने के लिए तो बना नही रहा होगा ! वो तो चाहेगा की ये मार्ग स्थायी हो और पूरी तरह सुरक्षित भी रहे ! इसके लिए जिस देश से वो गुजर रहा है उसका कमजोर बना रहना जरूरी है ! तो इस के लिए चीन कुछ भी करेगा ! ये कैसे हो सकता है ? या तो गली के दोनों ओर के लोग आपस में लड़ते रहें और बीच में चीन मस्त रहे ! बाद में स्थानीय लोगों का आपस में झगड़ा ज्यादा बड़ जाए तो गली को बॉर्डर बना दो ! दो अलग अलग देशों का बॉर्डर ! मतलब गली ही एक देश को दो भाग में बांट दे ! सिम्पल ! ऐसा होने पर दोनों नए देश अपने अपने बॉर्डर को मजबूत करने के चक्कर में गली को सुरक्षित रखेंगे ! वैसे भी जो घर में घुस गया है वो चौधरी तो बन ही गया , फिर चाहे वो जो करवाए !
अब दूसरे मैप में देखे ,(CPEC) गली के एक तरफ हैं , बलूच और पख्तून ! दोनों अलग होने के लिए बुरी तरह लड़ रहे हैं !ये मात्र संयोग नहीं हो सकता ! इनको अलग होने में सबसे ज्यादा फायदा किसको होगा? पहला पैरा पढ़ने के बाद समझना आसान है ! वैसे भी पाकिस्तान को एक साथ रखने में चीन का क्या फायदा ! ये वही चीन है जो आज तक किसी का नहीं हुआ तो ये पाकिस्तान का कैसे होगा ! दूसरी तरफ अफगानिस्तान और भारत तो वैसे ही गुस्से में हैं ! और इस गली को बनाने की परमिशन देकर यह समझ आता है की पाकिस्तान के शासक वही चाहेंगे जो चीन चाहेगा ! पाकिस्तान की जनता अब क्या चाहती है इसका कोई मायने नहीं ! जब अंदर बाहर सब तैयार हैं तो फिर ऐसा होने से कौन रोकेगा ! जब यह सबके लिए फायदे का सौदा है तो घटनाक्रम तेजी से घूमेगा ! पाक भाइयों , तुम चाहे जो समझो हम तुम्हारे अपने हैं ! फिर मत कहना की समय रहते बताया नहीं ! इसके बाद तो तुम ये कहने के लिए भी एकजुट नहीं रह पाओगे, की ये भारत ने करवा दिया ! हमे तो बस इस बात का दुख है की जब तुम हमसे टूट कर अलग हो रहे थे तो हमे भी नहीं पता था की तुम बार बार इतनी बार टूटोगे ,वो भी इतनी जल्दी जल्दी ! जब तुम टूटते हो तो दर्द हमे होता है ! जबकि तुमने हमे दर्द कम नहीं दिए ! असल में ये तुम्हारे कर्मो का फल है ! तुमने हमारे साथ बेवजह की दुश्मनी में अपने घर में एक ऐसी आदमी को घुसा लिया , जिसको तुम जानते तो हो पहचानते नहीं ! खैर ,भविष्य में फिर मिलेंगे इतिहास बन कर !