19 फरवरी 2022
शनिवार
समय- 10:50
मेरी प्यारी सखी,
हर असफलता के साथ सफलता जुड़ी रहती है। असफल होने पर ही सफलता का स्वाद मीठा लगता है। लेकिन असफल होने वाले व्यक्ति की मानसिक स्थिति शायद कोई नहीं समझ पाता।
आज बच्ची का परीक्षा परिणाम निकला था। वो परीक्षा में पास हो गई है। घर में खुशी का माहौल था साथ ही साथ बच्ची तो फूली नहीं समा रही थी।
बच्चों के प्री-बोर्ड आरंभ हो चुके हैं। दो-तीन साल हुए लॉकडाउन के चलते बच्चे पढ़ाई से विमुख हो चुके हैं। परीक्षाएं नजदीक है,प्री-बोर्ड आरंभ हो चुके हैं। लेकिन फिर भी बच्चों में पढ़ाई का कोई माहौल ही नहीं है।
साथ ही साथ पैकिंग भी चल रही है। कपड़े लट्ठे तो पैक हो चुके हैं बस कुछ सामान और बचा हुआ है पैक करने के लिए।
आज यहां सामने एक बछड़ा मर गया। कयास लगाए जा रहे हैं शायद उसके पेट में प्लास्टिक होने की वजह से वह अपनी सांसें और लंबी खींच ना सका। लेकिन बेटी का कहना है कि उसका एक्सीडेंट हो गया था। गाड़ी ने उसको धक्का मारा जिसके चलते वह गिर गया और उठ ना सका।
सच झूठ तो भगवान ही जाने। क्या कहा जा सकता है?
कल फिर बातें होंगी। अभी तो सोने का समय हो गया। मोबाइल की लाइट जलने की वजह से सभी का यह कहना है कि अब बस बहुत हो चुका, सो जाओ। तो मैं भी सोती हूं।
शुभ रात्रि
पापिया