12 फरवरी 2022
शनिवार
समय-10:35
मेरी प्रिय सखी,
आजकल बच्चे रात के समय ही ऑनलाइन कामों में व्यस्त रहते हैं। जिसका नतीजा सुबह देरी से जगना।
अब तुमसे क्या छुपाऊं। ऐसे ही देर से जगने की वजह से घर में पतिदेव बहुत नाराज होते हैं। कहते हैं अनुशासन बनाए रखना जरूरी है रात को जल्दी सो जाओ और सुबह जल्दी जागो।
वही हमारे बेटे को देर से सोना और देर से जगना पसंद है। अब दो विपरीत दिशा में जाने वाले ध्रुवों को एक साथ में कैसे लेकर आए मेरी तो सोच से परे है।
खैर हम जो कुछ भी चाहते हैं सदैव ऐसा हो यह जरूरी तो नहीं।
जब भी किसी का जन्मदिन होता है मुझे सदैव एक बात परेशान करती है कि जन्मदिन पर बुझाए जाने वाली मोमबत्ती, बुझाई क्यों जाती हैं? मुझे लगती है जरूरी तो नहीं सबको लगती होगी। कई बार ऐसी बातों से मन उदास हो जाता है किससे पूछें किसे बताएं?
कल ही बेटे का जन्मदिन था केक के चारों तरफ मोमबत्तियां सजाई गई और बेटी ने मोमबत्तियों को जला दिया और कहने लगी भैया अब इनको बुझाओ।
मैं कहती रह गई जन्मदिन है। मोमबत्ती बुझाई क्यों जा रही है? क्यों ना हम नई शुरुआत करें। एक मोमबत्ती जलने दे। लेकिन कौन सुनता, सब ने पागल कह कर वही किया जो सदैव करते आए हैं।
मुझे भी लगता है शायद कुछ-कुछ मैं पागल हूं तो शायद इसलिए इस तरह की बातें सोचती हूं कहती हूं।
पापिया