4 फरवरी 2022
शुक्रवार
समय- 11:35
मेरी प्यारी सखी,
आज कैंसर दिवस मनाया जाता है आज का दिन मेरे जेहन में सदैव अंकित रहता है, कारण मेरे जेठ जी जो कि खुद कैंसर ग्रसित होकर मृत्यु को प्राप्त हुए। कैंसर को सहायता केन्द्र से जुड़े थे। एक जिंदादिल इंसान। ऐसे इंसान जिन्हें देखकर लगता हैं, मानो भगवान ने इन्हें बनाने के लिए कुछ अलग ही मिट्टी उपयोग में ली होगी।
भगवान ऐसे इंसानों को अपने पास जल्द ना बुलाएं बल्कि इसकी जगह हमें बुला ले। सभी के लिए सदैव अच्छा सोचने अच्छा करने वाला इंसान। शायद कुछ इंसान पृथ्वी पर आते ही हैं लोगों का भला करने के लिए। वे अल्पायु में ही अपनी जीवन लीला समाप्त कर भगवान को प्यारे हो गए।
उनकी याद में सदैव मुझे यह दिन याद रहता है। उनके पैनक्रियाज में कैंसर हो गया था। साल में 2 बार पूरे शरीर की चेकिंग करवाने के बाद भी डॉक्टर्स उनके शरीर में बढ़ रहे कैंसर की कोशिकाओं को पहचान ना पाए।
अपने जीवन के अंतिम दिनों में, अपने परिवार से बिछड़ने का दर्द बेहद गंभीर तरीके से महसूस करने लगे थे। भगवान के पास जाते जाते हम सभी को रुला कर चले गए।
ऐसे जिंदादिल इंसान जब हमें छोड़ कर जाता है तो शायद सभी अश्रुपूरित हो जाते हैं। वे आज जहां भी हो भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
भगवान से प्रार्थना करती हूं किसी परिवार के किसी भी व्यक्ति को कैंसर पीड़ित ना करें। अपने से बिछड़ने का दर्द उसी को पता होता है जिसका अपना कोई उसे छोड़ता है। दादा को शत शत नमन 🙏🏼💐
विश्व कैंसर दिवस की स्थापना 4 फरवरी 2000 को नई मिलेनियम के लिए कैंसर के खिलाफ विश्व कैंसर शिखर सम्मेलन में की गई थी, जो पेरिस में आयोजित की गई थी।
इस साल 4 फरवरी 2022 ‘वल्र्ड कैंसर डे’ की थीम ‘क्लोज़ द केयर गैप’ पर केन्द्रित है।
सभी स्वस्थ रहें। इसी आशा के साथ।
पापिया