डरावनी काली बिल्ली रात के अंधेरे में,
अपनी विशाल आंखों से सबको देती हैं डरावनी नजरें।
जब वह भटकती हैं सड़कों पर, तो लोग उससे डरते हैं,
क्योंकि उसकी काली त्वचा और भावों से भरी आंखें हैं उसके साथ।
बिल्ली बहुत चुस्त दौड़ती हैं, छोटे-छोटे जानवरों को पकड़ती हैं,
फिर अपने नुकीले नाखूनों से उन्हें काट डालती हैं।
उसकी डरावनी आवाज और भावों से भरी नजरें,
लोगों को उससे डरने के लिए काफी हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं, कि उसके अंदर भी हैं भाव और ऊंचाइयां,
शायद वह दिखाती नहीं हैं यह दुनिया को बताने के लिए उसकी कहानीयां।
डरावनी काली बिल्ली हमेशा हमारे नज़दीक होती हैं,
लेकिन हमेशा उससे बच के चलने की ज़रूरत नहीं होती हैं।
जब वह हमें देखती हैं, तो शायद उसके आँखों में कुछ बातें होती हैं,
हमें डरने के बजाय उससे प्यार करने की ज़रूरत होती हैं।
वह हमेशा अकेली नहीं होती हैं, उसके दोस्त भी होते हैं,
जो उसके साथ खेलते हैं और उसे भी खुशी से भर देते हैं।
डरावनी काली बिल्ली अपनी मांग से घिसी तकिया पर सोती हैं,
लेकिन उसकी नींद नहीं आती होगी, यदि उसे प्यार और स्नेह नहीं मिलते हैं।
उसके अंदर भी होते हैं अनेक रंग, बस एक ठोस साक्षी नहीं होती हैं,
इसलिए उसको डरावनी नज़रों और आवाजों से छुटकारा देने की ज़रूरत नहीं होती हैं।
अगर हम उससे दोस्ती करें तो हम उसको समझ सकते हैं,
उसके साथ खुश रह सकते हैं और उसे भी समझ सकते हैं।
डरावनी काली बिल्ली जैसी भी हो,
वह हमेशा एक बेहतरीन जीवन का हकदार होती हैं,
जब तक हम उससे डरते रहेंगे, हम उसके सच्चे रूप को नहीं जान पाएंगे।