हीरा एक कीमती पत्थर,
जिसकी चमक से,
चौंधिया जाती,
सबकी आंखे और दिल।
ये चमकीला पत्थर,
है इतना अदभुद।
कर देता ये पत्थर,
सबकी आंखों ओर दिलों को।
इसकी कीमत है,
बहुत अधिक।
जो खरीद सकती है,
कइयों की सालों की मेहनत।
हीरा एक कीमती पत्थर,
जो है अदभुद।
जिसकी चमक,
देती है कुछ को खुशी।
और कुछ के दिलो में,
भर देती है नफरत।
जो भूखे है प्यासे है,
जिनकी मेहनत के फल,
मात्र एक चमकीला पत्थर।
जो मिटाता नही,
किसी की भूख और प्यास।
चमकीला पत्थर,
जब बनता है किसी के,
गले का हार।
आहें भरते कई लोग,
कुछ अमीर,
कुछ भूखे नंगे।
सबकी नजर में है,
हीरा एक चमकीला पत्थर।
किसी के लिए शान है,
और किसी की भूखी आहों,
से भरी एक आस,
शायद वो चमकीला पत्थर,
मिटा सके उनकी भूख.....!