उड़ता हुआ मोरपंख नजर आता है,
अद्भुत रंगों में सजा इसका सफ़र है।
आसमान की ऊँचाइयों में लहराता है,
अपनी कल्पनाओं का खुला दरवाज़ा है।
ये मोरपंख किसी से नहीं डरता,
आज़ादी का संदेश दुनिया को देता है।
उसके पंखों में बसी आशा होती है,
जो जीवन की मुसीबतों को दूर करती है।
मोरपंख का नज़ारा मन को भाता है,
उसकी चाल जैसे नृत्य होता है।
इसकी उड़ान से हमें बचपन याद आता है,
जब खुशियों की लहरें थी जीवन के समुंदर में उमड़ती हुई।
इसलिए इस मोरपंख से हमें बहुत कुछ सीखना है,
कि अपनी आसांओं के बल पर हम उड़ सकते हैं।
जीवन में हमें आज़ाद और स्वतंत्र होना होगा,
फिर ही हम सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंच पाएंगे।
उड़ने की इच्छा हमारे मन में होनी चाहिए,
संघर्षों से नहीं हमें हार माननी चाहिए।
अपने सपनों को आज़ादी से पूरा करना होगा,
फिर हमें जीवन में नहीं होगी कोई असफलता