बैंक तो आप सब ने कई देखे होंगे पर गया का मंगला बैंक अपनेआप में एक अनूठा बैंक है। भिखारियों का बनाया हुआ ये बैंक उनके समाज के लिए वरदान है। मंगला बैंक से मिला लोन आपात स्थिति में फंसे लोगों की जान बचा रहा साथ ही किसी भिखारी की बेटी का घर भी बसा रहा है।
भिखारियों का समूह मंगला बैंक पिछले तीन सालों से बुरे वक्त में अपने लोगों की आर्थिक मदद करने को मुस्तैद है। सातों दिन 24 घंटे काम करने वाला यह बैंक भिखारियों को 20 हजार रूपये तक कर्ज दे चुका है।
मां मंगलागौरी मंदिर के पश्चिम गेट पर रूपया दो रूपये भीख मांगने वाले इन भिकारियों को हजारों रूपए की जरूरत होने पर भी दूसरे के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़ता है। ये खुद के बनाए बैंक से हक के साथ कर्ज लेकर अपनी समस्याओं का निवारण करते हैं। बैंक में अभी 40 हजार से ऊपर कर्ज लगा है और 10 हजार जमा है।
इस वक्त मंगला बैंक में 20 सदस्य हैं जो मंगलागौरी मंदिर के गेट पर सालों भर भीख मांगते हैं। प्रत्येक भिखारी हर मंगलवार को 50 रूपए जमा कराता है।