नयी दिल्ली. आरटीआई एक्ट में बदलाव पर हल्ला मचा रहे लोगों को केंद्र सरकार ने आज ऐसा जवाब दिया कि सबके मुँह बंद हो गये। सरकार ने कहा है कि आरटीआई से कांग्रेस राज में हुए सारे घोटाले पकड़ में आ चुके हैं, इसलिए अब इसकी अब कोई ज़रूरत नहीं है
मोदीजी
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि “हर चीज़ के होने एक निश्चित मकसद होता है और जब वो चीज़ अपने उस मकसद को हासिल कर लेती है तो फिर उसके होने का कोई मतलब नहीं रह जाता।”
“जैसे कांग्रेस की स्थापना का मकसद देश को आज़ादी दिलाना था और जब आज़ादी मिल गयी तो फिर कांग्रेस का कोई मतलब नहीं रह गया था, उसे तभी ख़त्म कर देना चाहिए था। गाँधीजी की भी यही इच्छा थी। लेकिन कांग्रेसियों ने ऐसा नहीं किया, इसलिए ये काम अब हमें करना पड़ रहा है।” -उन्होंने समझाते हुए कहा।
“इसी तरह आरटीआई एक्ट का भी एक मकसद था और वो था कांग्रेस के घोटालों को उजागर करना! अब जब उसके सारे घोटाले उजागर हो चुके हैं, बच्चे-बच्चे को उनका पता चल चुका है, तो फिर उसकी अब क्या ज़रूरत है?” -उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा।
“लेकिन अगर आपकी पार्टी ने कोई घोटाला किया तो उसका भंडाफोड़ कैसे होगा?” एक रिपोर्टर ने सवाल किया तो रविशंकर जी अपने ऑलरेडी फूले हुए नथुनों को और फुलाते हुए बोले, “हमारी पार्टी एक राष्ट्रभक्त पार्टी है, वो कभी घोटाला कर ही नहीं सकती!”
“और मुझे तो तुम्हारे इस सवाल के पीछे ही किसी घोटाले की बू आ रही है।” यह कहकर उन्होंने सवाल पूछने वाले पत्रकार की सीबीआई, एनआईए, ईडी और इनकम टैक्स से जाँच कराने के आदेश दे दिये।
इस खबर का उद्देश्य केवल मनोरंजन है, यह ख़बर काल्पनिक है, यह केवल एक व्यंग है. ...
"RTI से कांग्रेस के सारे घोटाले पकड़े जा चुके, अब इसकी कोई ज़रूरत नहीं!" - केंद्र सरकार