मनी लॉन्ड्रिंग, लोन डिफॉल्ट और बैंकों का बकाए को लेकर केस हार चुके विजय माल्या खुद संपत्ति देने को तैयार हैं. उन्होंने जांच एजेंसियों से वक्त, तारीख और जगह पूछी है. विजय माल्या ने कहा है कि वह खुद आकर जांच एजेंसियों को ब्रिटेन की संपत्ति सौंप देंगे. लेकिन, उनके पास ज्यादा कुछ नहीं है. क्योंकि, ब्रिटेन की ज्यादातर संपत्ति उनके नाम पर नहीं. माल्या के मुताबिक, लंदन स्थित घर, ब्रिटेन का कंट्री रेजिडेंस उनके परिवार के नाम पर है. जिसे जांच एजेंसियां छू भी नहीं सकती है. माल्या ने भारत की जांच एजेंसियों पर झूठ बोलने का भी आरोप लगाया है.
माल्या ने कहा खुद आकर सौंपेंगे संपत्ति
बैंकों के 9000 करोड़ लेकर फरार शराब कारोबारी विजय माल्या ने कहा है कि ब्रिटेन में उनके नाम पर ज्यादा संपत्ति नहीं हैं. वह कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं और जांच एजेंसियों का सहयोग भी करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां उन्हें वक्त, तारीख और जगह बताए वह खुद आकर संपत्तियां सौंप देंगे. विजय माल्या के मुताबिक, एन्फोर्समेंट ऑफिसर उनकी ब्रिटिश संपत्ति जब्त करना चाहते हैं. लेकिन, उनके नाम पर ज्यादा कुछ नहीं हैं.
घर नहीं है माल्या के नाम
विजय माल्या के मुताबिक, ब्रिटेन का 'फैमिली लैविश रेजिडेंस' उनके नाम पर नही हैं. ऐसे में अधिकारियों को वह घुसने की जरूरत नहीं है. लग्जरी कंट्री रजिडेंस उनके बच्चों के नाम पर है. वहीं, लंदन का घर उनकी मां के नाम पर है. ऐसे में जांच एजेंसिया या एन्फोर्समेंट ऑफिसर उसे छू भी नहीं सकते. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से बातचीत के दौरान विजय माल्या ने कहा कि ब्रिटेन में उनके नाम पर जो संपत्तियां हैं, वह खुद जांच एजेंसियों को सौंप देंगे. माल्या के मुताबिक, उन्होंने यूके कोर्ट में एक एफिडेविट में अपनी ब्रिटेन की संपत्ति का ब्योरा दिया है. जिसे फ्रीज करने के आदेश दिए गए हैं.
क्या है माल्या के नाम
विजय माल्या ने कहा कि 'मेरे नाम पर सिर्फ कुछ कारें हैं, साथ ही ज्वैलरी के कुछ आइटम्स. कोर्ट के आदेश के मुताबिक, मैं वह सब देने को तैयार हूं.' एन्फोर्समेंट ऑफिसर को तकलीफ उठाने की जरूरत नहीं. जांचकर्ता उन्हें वक्त, तारीख और जगह बताएं, वह खुद आकर उन्हें सौंप देंगे. बेघर होने का सवाल नहीं उठता. कोर्ट के आदेश के मुताबिक, वह सिर्फ मेरे नाम पर जो संपत्ति है उसे ही जब्त कर सकते हैं. इसके अलावा वह कुछ हासिल नहीं कर सकते.
माल्या पर सितंबर पर आना है फैसला
बैंकों के 9000 करोड़ रुपए के बकाए के मामले में सुनवाई 31 जुलाई को पूरी हो जाएगी. इसके बाद सितंबर की शुरुआत में इस पर फैसला आना है. विजय माल्या ने कुछ समय पहले ही भारत आने की इच्छा जाहिर की थी.