आगरा से कुछ दिन पहले सोते हुए कुत्ते के ऊपर सड़क बना देने की खबर आई थी. खूब बवाला मचा था. सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक लोगों ने इस पर नराजगी जताई. मुकदमा दर्ज हुआ. गिरफ्तारियां हुईं. अब एक और मामला सामने आया है. इस बार कोई कुत्ता नहीं बल्कि एक इंसान पीड़ित है. एक सोते हुए मजदूर पर एक डंपर मिट्टी डालने की खबर सामने आई है. ये मिट्टी उस पर रात भर पड़ी रही. वो मरा तो नहीं, मगर उसको मारने की व्यवस्था पूरी की गई थी. उसके बचने की कहानी भी डरावनी है.
मामला मध्य प्रदेश के शहर जबलपुर का है. यहां नौदराब्रिज हनुमान मंदिर से लगा नगर निगम का एक खाली मैदान है. इसके कुछ हिस्से पर पिछले कुछ महीनों से नगर निगम मलबा डाल रहा था. इसी मैदान पर 24 साल का एक मजदूर विजय विश्वकर्मा दिनभर की थकान के बाद एक कोने में सो गया. रात को ही एक डंपर वहां पहुंचा और पूरी मिट्टी बिना आगे-पीछे देखे विजय के ऊपर पलट दी. विजय इससे पहले चीख-पुकार लगाता, वो मिट्टी के नीचे पूरी तरह से दब चुका था. थोड़ी देर निकलने की कोशिश करते हुए वो बेहोश हो गया. पूरी रात मिट्टी से दबा रहा. अगले दिन सुबह कुछ कुत्ते मिट्टी खोद रहे थे. कुछ देर में विजय का हाथ बाहर आ गया. कुत्ते उसे नोचने लगे. इस बीच उस ढेर के पास से गुजर रहे कुछ लोगों ने इसे देख लिया. पुलिस को सूचना दी. बताया कि मिट्टी के नीचे एक लाश दबी है.
पुलिस ने खुदाई कर विजय को निकलवाया. उसके चेहरे पर पानी डाला गया तो उसे होश आ गया. इसके बाद उसे पास के ही एक अस्पताल ले जाया गया. अब उसकी हालत ठीक बताई जा रही है. विजय पर वो वाली कहावत एकदम फिट बैठती है कि जाको राखे साइयां मार सके ना कोई…मगर इस मामले में नगर निगम की जो लापरवाही सामने आई है. वो डरावनी है. हालांकि नगर निगम की तरफ से मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है. पुलिस भी पूछताछ ही कर रही है.