शी जिंगपिंग ( चीन के राष्ट्रपति ) विश्व एक बाजार नहीं है डॉ शोभा भारद्वाज जरूरत है आने वाली जेनरेशन में चीनी सामान के विरोध की भावना जगनी चाहिए |.“चीन ने भारत का इतिहास नहीं पढ़ा हमने विदेशी कपड़ों की होली जलाई थी अपने चरखे और हथकरघे का मोटा कपड़ा गर्व से पहन
‘‘विकास दुबे एनकाउंटर’’ (मुठभेड़) पूरे देश में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चित है। यह घटना न केवल स्वयं ‘‘सवालों में सवाल’’ लिये हुये है, बल्कि उपरोक्त ‘‘शीर्षक’’ प्रश्न भी पुनः उत्पन्न करता है। लगभग हर ‘एनकाउंटर’ के बाद उस पर हमेशा प्रश्नचिन्ह अवश्य लगते रहे हैं। उक्त ‘प्रश्नचिन्ह’ क
कोरोना से कानपुर वाया चीन लद्दाख - दिनेश डाक्टरपहले थी दिन रातखबरें सिर्फ कोरोना की छाईकितने मरेकितनो ने निज़ात पायीहो रही थी कोविड सेहर वक़्त आरपार की लड़ाईफिर जैसे ही चीनियों ने लद्दाख में सेंध लगाईएंकरों
विकास की दौड़ में,हो गया हूं मै अंधा, प्रतियोगिता के इस चरम पर, पहुंच गया ये बंदा।बुद्धि का हुआ जैसे जैसे विकास,प्रकृति का किया वैसे वैसे सत्यानाश।विकास की दौड़ में ,हो गया हूं मैं अंधा ।रास्ता बदलने को किया मजबुर,खिलखिलाती इन नदियों को किया,बहुतों से दूर।जंगल काटे ,शहर बस
पैदल ही ......!क्यों ...?देश के विकास में जिसने अहम योगदान दिया ,आज संकट के समय क्यों उसको इस तरह छोड़ दिया....?क्या उसको हक नहीं कि उसको भी दो वक़्त की रोटी के साथ सुरक्षित आश्रय मिल जाता ?वह भी देश की इस संकट की घड़ी में अपना कर्तव्य निभाता।अगर उस संक्रमण का एक कण भी उसके साथ चला गया ,तो सोचो , उस
सुषमा स्जीवराज जी नमस्कार !! विषय :- #अबकी बारी नोटा भारी !! मैं एक मध्यम वर्गीय सामान्य नागरीक हुँ। कुछ दिनों से पासपोर्ट विवाद चल रहा है और आपने भी एक दिन से भी कम समय में पासपोर्ट विवाद सुलझा लिया। मैं इस पर कोई व
भगवा प्रधानमंत्री का फैसला भारत की नवनिर्वाचित सरकार ये घोषणा करती है की सन् २०१९ के दशहरे पर रावण दहन के तुरंत बाद India, हिंदुस्तान और अन्य विदेशी जबरदस्ती थोंपे गये नामों को हटाकर धरती के इस सुँदर भाग को पौराणिक नाम केवल “भारत” से ही जाना जायेगा। भारत धर्म
पत्थरबाजों पर कार्यवाही के नाम पर लीपापोती। कश्मीर के कथित भटके हुए नौजवानों की जमात मे महिलाएँ भी शामिल हो चुकी है। महिला पत्थरबाजों से निपटने के लिए सेना के दस्ते मे महिला-ब्रिगेड को शामिल किया गया है तथा सेना के वरिष्ठ अधिकारियों नुसार ये महिला सैनिक इन महिल
!! Use your common sense to know the truth!!हमे पढाया गया...👇👇“रघुपति राघव राजाराम,ईश्वर अल्लाह तेरो नाम”लेकिन असल मे ऋषियों ने लिखा था की....👇👇 “रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम”लोगों को समझना चाहिए कि,जब ये बोल लिखा गया था,तब ईस्लाम का अस्तित्व ही नहीं था,“
जीत हमारी निश्चित है।बलिदानों की किमत पर,जीत हमारी निश्चित है।किस सोच मे बैठा है तू,राष्ट्र हो गया खंडित है।बहन-बेटियों की लाज रही,किताबों तक ही सीमित है।लड़कर ही बच सकता है,बन रहा क्युँ कश्मीरी पंडित है ?भाई-चारा तेरे काम न आया,कुरान
पूरे विश्व के लोगों को तम्बाकूमुक्त और स्वस्थ बनाने के लिए तथा सभी स्वास्थ्य खतरों से बचाने के लिए तम्बाकू चबाने या धूम्रपान के द्वारा होने वाले सभी परेशानियों और स्वास्थ्य जटिलताओं से लोगों को आसानी से जागरुक बनाने के लिए पूरे विश्व भर में एक मान्यता-प्राप्त कार्यक्रम के रुप में मनाने के लिए विश्व
दिनांक28अप्रैल2015 एक वर्ष पहले इस देश में एक ऐतिहासिक परिवर्तन हुआ , जब १६वीं लोकसभा का चयन हुआ ,एक नयी सरकार चयनित हुई और देश में एक विचित्र लहर और ऊर्जा का संचार हुआ , घोटालों की चली आ रही एक सतत श्रखंला को फिलहाल एक विराम लगा , लोगों ने कुछ स्वप्न देखे , एक मूक कार्यालय में मानो प्राण संचारि