कोरोना से कानपुर वाया चीन लद्दाख - दिनेश डाक्टर
पहले थी दिन रात
खबरें सिर्फ कोरोना की छाई
कितने मरे
कितनो ने निज़ात पायी
हो रही थी कोविड से
हर वक़्त आरपार की लड़ाई
फिर जैसे ही चीनियों ने
लद्दाख में सेंध लगाई
एंकरों ने कोरोना भूल
सफेद मूंछों पर ताव देते
पुराने फौजियों की बंकरें जमाई
होने लगी स्टूडियो में रोज़ चीन से लड़ाई
सब चैनलो पर होने लगी
चौबीसों घंटे चीन की पिटाई
पर जैसे ही कानपुर के दुबे ने
छब्बे बनने के चक्कर में
आठ पुलिसियों की लाशें गिराई
एंकर और कैमरे
तबड़ तबड़ भागे लद्दाख से
और दुबे के जमींदोज़ घर की
अनथक लाइव कवरेज चलाई
दुबे आगे कैमरे पीछे
एंकर आगे दुबे पीछे
चैनलों पर चल रही थी टीआरपी की लड़ाई
होगा दुबे का एनकाउंटर या सरेंडर ?
तभी उज्जैन में दिखा दुबे का लंबोदर
फिर चैनलो पर इसी खबर की
होने लगी दिन रात घिसाई !
कोरोना के चक्कर में
जब से कपिल - कपिल शो भूल
घर बैठा संग अपनी लुगाई
नई नई फिल्मे भी तरसने लगी
कि कब होगी 'मुंह दिखाई'
तब से कोरोना कैद में त्रस्त बंदों की
अंजना रजत अर्णव और देवगन
करने लगे है दिल लगाई
भले कितनी भी हो जग हंसाई !!
अभी अभी दुबे के एनकाउंटर की
गर्मागर्म ब्रेक न्यूज आई
एक बार फिर उलझ पड़े चैनल
कि गाड़ी बारिश में पलटी
या पुलिस ने खुद पलटाई