5 Ideas to Save moneyकिसी भी तरहसे saving नहीं कर पा रहे हैं! बहोत मेहनतसे रोजगार कर रहे हैं! फिरभी पैसे चले जा रहे हैं!इच्छाके बावजूद भी पैसे नहीं बचा पा रहे हैं, अस्सलमें ये समस्या आपकी नहीं ह
*बाबा साहेब का असली मिशन*डा भीम राव अंबेडकर की जयंती पर नमन! बाबा साहेब के कुछ बुद्धजीवी अंधभक्त बाबा साहेब को बगैर पढ़े उनकी मूर्ती के गले या पोस्टर पर माला चढ़ा कर जय भीम, जय-जय भीम बोल कर अपना दायित्
क्रान्तिकारी साथियों, समाज में जब निजी सम्पत्ति नहीं थी तो कोई वर्ग नहीं था अर्थात कोई अमीर-गरीब नहीं था, कोई ऊँच-नीच नहीं था बराबरी थी। ऊँच-नीच, अमीर-गरीब निजी सम्पत्ति के ब
आखिर देबू ने घर से भागने की ठान ली। वह आधी रात को भारी मन से चुपके से उठा और एक थैले में मैले-कुचैले कपड़े-लत्ते ठूंस-ठांसकर घर से चल पड़ा। सूनसान रात, गांव की गलियों में पसरा गहन अंधकार। अंधकार जैसे
एकाकी मन और भीड़ सघनचाह कि ,मन की व्यथा बताएंपर देखा तो कोई नजर न आए वात्सल्य से कुंठित हृदय जो था अब निर्मम जग से संधित है विलगन की है चाह अधम पर कर्तव्यों से वो क
जन समुदाय के समक्ष वसीयत सुनाई गई।सुनकर सबकर हक्के-बक्के रह गयें। क्रोध आया...जीते जी मुझे अपनी जिंदगी जीने नहीं दी।....और मरने के बाद भी जीने नहीं देना चाहतें।मै अपनी लाईफ-स्टाईल किसी के कहने से चेंज
*हिन्दुस्तान यूनिलीवर* नामक विदेशी कंपनी का एक प्रोडक्ट है *फेयर &लवली जो कि अब ग्लो &लवली* नाम से जाना जाता है। इस फेस क्रीम के *50 ग्राम* पैकेट का मूल्य *110 रुपए* है। यह प्रोडक्ट
गेहूं की बोरी पीठ पर लादे हुए मनोहर चंद ही कदम चल पाया था कि अचानक उसके कदम लड़खड़ाने लगे। आंखों के सामने अंधेरा छा ग
अगर भूख बाजारों में बिकती,तो रोटियां केवल अमीरों के घर सिकती।अगर प्यास भी बिकती बंद बोतलों में,तो यह भी होता अमीरों के एक चोंचलों में।अगर नींदो का भी होता व्यापार,तो बिस्तर नही बिछते गरीबों के द्वार।अ
शब्द.इन की पेड पुस्तक लेखन प्रतियोगिता (फरवरी- मार्च २०२२) विजेता बनने पर कई परिचित मुझसे एक ही सवाल पूछते हैं कि पुरस्कार में कितनी राशि मिली है। उनके लिए प्रतियोगिता का मतलब पुरस्कार में अच्छी-खासी
अम्मा:-तू उसके पास जायेगा।वो एकबार भी तेरे पास नहीं आया।द्रोण के रगों में में मेरा ही खून है फिर कैसे खून पानी हो गया।ऐसी औलाद पर लालत हैं।मेरी कोख ही उज़ड जाती। :-अम्मा यह सब तकद़ीर का खेल हैं।इस मनहू
दो माह की मेहनत के बाद आखिर पेड पुस्तक लेखन प्रतियोगिता की विजेता बनकर मेरी १० कहानियों का संग्रह पेपर बैक में प्रकाशित होने जा रहा है, तो मन में ख़ुशी है, एक उत्सुकता है। यह प्रतियोगिता यद्यपि सरल तो
माण्ड़वी घबरा गई और अपनी चोट़ को छोड़कर दरबाजा खोल कर बाहर आ गई। दुर्घटना देखकर आस-पास के लोग जमा हो गयें। माण्ड़वी:-आप लोग जाओ,मैं इसका इलाज करवाऊँगी। लोग एक स्वर में:-तुम पैसे बाले होते ही ऐसे हैं।पैसे
अभी:-पैसे कमाना तो दाँये हाथ का खेल हैं।मेरे पापा के पास गरीबी का भी इलाज हैं। :-वो कैसे? :-सब कुछ यही पूँछ लोगे?मेरे पापा से भी मिलोगे। :-हाँ,हाँ मैं मिलना चाहता हूँ। :-तो आज शाम ही मिलाते हैं।मेरे ज
सोचती हूँ मैं इतनाप्रेम की अभिव्यक्ति कितनाकह दूँ मैं बंद पलकों सेरो न दे फिर मेरे नयना।भीग जाती हूँ मैं अक्सरस्नेह की बारिश में इतनाचाहकर भी निकल न पाऊँप्रेम की अभिव्यक्ति इतना।रह न जाये मैं का कोईदर
रसायन विज्ञान में किसी विलयन की सांद्रता (concentration) उस विलयन के इकाई आयतन में उपस्थित पदार्थ की मात्रा के रूप में परिभाषित किया गया है। किन्तु रसायन विज्ञान में सांन्द्रता की चार अलग-अलग परिभाभाष
कपड़ा धोने का एक विदेशी साबुन है:*सर्फ एक्सल*वजन:*84 ग्राम*कीमत:*10 रुपए*कम्पनी:*हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड*(एक ऐसी विदेशी ठग कंपनी जो जिस देश में काम करती है उस देश का नाम अपने आगे लगा लेती है।)अब इ
डा अम्बेडकर ने कहा था,,मुट्ठी भर लोगो द्वारा बहुसंख्यक जनता का शोषण इसलिए संभव हो रहा है की पैदावार के संसाधन ,जैसे जल ,जंगम ,जमीन, खादान, उद्योग धंधों ,कल कारखानों, यातायात के संसाधान,बैंक इत्यादि पर
झारखंड यह राज्य खनिज के मामले में अव्वल स्थान रखता है देश में। तो लोग बहुत खुश होंगे यहाँ के। क्या सच में? नही। जानेंगे कैसे।