इंसान दो चीज़ो से हारता है, "वक़्त" और "प्यार" वक़्त किसी का नहीं होता, और प्यार हर किसी से नहीं होता !”
तुम्हारे मन में चाहे कितना भी दर्द क्यो न भरा हुआ हो, तुम मुस्कुराना मत भूलना, जीवन में दुःख नहीं होगा तो, सुख का महत्व तुम कैसे जानोगे, ?चाहे जो भी हो, तुम खुश रहा करो, कभी "हँसते" हुए छोड़ देती है ये जिंदगी,
कभी "रोते" हुए छोड़ देती है ये जिंदगी, न पूर्ण विराम सुख में, न पूर्ण विराम दुःख में, बस जहाँ भी देखो वहाँ अल्पविराम छोड़ देती है ये जिंदगी, प्यार की डोर सजाये रखो, दिल को दिल से मिलाये रखो, क्या लेकर जाना है साथ मे इस दुनिया से, ? मीठे "बोल" और अच्छे "व्यवहार" से रिश्तों को बनाए रखो, त्याग के बिना कुछ भी पाना संभव ही नहीं, क्योंकि हर एक सांस लेने के लिए पहली सांस छोड़नी ही पड़ती है,?
शरीर में कोई सुन्दरता नहीं है, सुन्दर होते हैं, व्यक्ति के "कर्म", उसके "विचार" उसकी "वाणी", उसका "व्यवहार
उसके संस्कार" और उसका "चरित्र" !
जिसके जीवन में यह सब है, वही इंसान दुनियां का सबसे सुंदर शख्स है,।”