जेएनयू विवाद का जम्मू-कश्मीर सरकार के गठन पर पड़ रहा है असर
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन पर जेएनयू विवाद का सीधा असर पड़ रहा है। जेएनयू में देशविरोधी नारे लगाए जाने के बाद उपजे विवाद के बाद पीडीपी और भाजपा के बीच गठबंधन और भी जटिल हो गया है। पीडीपी से जुड़े सूत्रों ने कहा कि गठबंधन को लेकर कोई आधिकारिक ऐलान करने से पहले महबूबा मुफ्ती जेएनयू विवाद का नतीजा देख लेना चाहती हैं। 7 जनवरी को अपने पिता और जम्मू-कश्मीर के सीएम रहते मुफ्ती मोहम्मद सईद की मृत्यु के बाद से ही महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी से गठबंधन को टाल रखा है।
सूत्रों की मानें तो पीडीपी से तालमेल का काम देख रहे बीजेपी नेता राम माधव ने महबूबा से मुलाकात में दोनों दलों के बीच गतिरोध को खत्म करने का प्रयास किया था। लेकिन अब भी राज्य की सत्ता को लेकर अनिश्चितता का दौर बना हुआ है।
फिलहाल महबूबा जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग से सांसद हैं और सीएम बनने के लिए उन्हें अपनी यह सीट छोड़नी होगी। पीडीपी सूत्र के मुताबिक 'मौजूदा हालात में जब कश्मीरी छात्रों को राष्ट्रविरोधी करार दिया जा रहा हो, तब हमारे लिए सरकार के गठन का ऐलान करना मुश्किल है।