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जून 24, शुक्रवार

24 जून 2022

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      सच कहू सखी सुबह तुझसे मेरी मुलाकात ना हो पाई, बहुत वक्त बाद याद आया की तुझसे मिलना तो बाकी है, तो झट् से प्रतिलिपी को ओपन किया और तुझसे मुलाकात करने के लिए चली आई मैं, आय होप तुम मुझसे नाराज नहीं होगी!
      जल्दी से लिखते या तुझे बताते है आज क्या क्या हूँवा?चलो बताती हू, इतना बेसब्र मत हो। आज प्रतिलिपी वालों ने बचपन की एक मजेदार वाकिया की याद दिला दी। जब बचपन में मैं बहुत जिद करती थी घूंगरु पहनने के लिए। मुझे उसकी आवाज बहुत पसंद थी, कितनी प्यारी आवाज निकलती थी उससे, मैं डांन्स भी टीवी पर सिर्फ वहीं आवाज सुनने के लिए देखती थी।
       एक बार मैं डांन्स में शामिल होने की जिद लेकर बैठी, पर पापा को नाच करना पसंद ना था, तो मैंं सिर्फ इसी शर्त पर मान की वो मुझे पायल लाकर दे, पापा मान गये। पर हम चार भाई बहन थे एक के लिए ना ला सकते थे, तो वे मैं और मेरी दो बहने और माँ केे लिए भी पायल लेकर आये, जो अबतक याद है। जो मेरी पहली पायल थी। आज सोचती हूँ की पैसों की कमी होकर भी कहाँ से पापा ने पायलों के लिए पैसे जूटा लिये होगें।क्यूंकी मंथ एंड था और पापा अकेले कमाने वाले थे, पर सच कहूँ इस दुनिया में कोई भी माँ बाप से अमीर नहीं होता, क्यूंकी वो बच्चों के जिद के लिए जमीं आसमाँ एक कर देते है।
          एक बात ये भी है की माँ बाप से गरीब भी कोई ना होता क्यूँकी ख्वाईशों को पूरा करते करते उनके अपने लिए कुछ ना बचता। खैर छोडिये, पर जब मुझे पता चला की मेरी पायल के लिए पापा ने अपनी शादी की रिंग बेच दी, तब फिर ज़िदगी में मैने कभी अब तक जिद ना की किसी च़ीज के लिए। ना मेरे भाई बहन ने, मेरी सबसे छोटी बहन को छोडके।
          चलो फिलहाल के लिए पापा के यादों में रहती हूँ कल मिलती हूँ। तब तक खयाल रखना अपना।


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रचनाएँ
डायरी लेखन- जून
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ये मेरी डायरी लेखन की किताब है जिसमें आपको अलग विषय पर मेरे कुछ अनुभव और निजी मत लिखे है।
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डायरी लेखन

4 जून 2022
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वैसे तो क्या ही लिखे, पर सोचा मैनें की लिखना है तो लिखना ही है, मेरे पर्सनल चीजों के बारे में नहीं तो प्रतिलिपी जिन्होनें मुझे लिखने की आदत डाली आज उसी विषयों पर लिखने के बा

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डायरी लेखन

5 जून 2022
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आज 5 जूून, जागतिक पर्यावरण दिन आज पर्यावरण की ओर जपणूक करने की एक नया दिन, इस दिन लोग हर एक जगह पर्यावरण की पोस्ट डालकर दिन सेलिब्रेट करते है।

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डायरी लेखन

6 जून 2022
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सोमवार, मेरे प्यारे महादेव का वार, वैसे सच कहू महादेव से मेरा बडा पुराना नाता है, मुझे महादेव से ज्यादा उनका पुत्र गणेश पसंद है, यूँ लगता है माता पार्वती और महादेव माता पिता हो, और गणेश मेरा नट

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डायरी लेेखन 7 जून

7 जून 2022
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हल्की सी बूँदा बारी के साथ मौसम के मिज़ाज में कुछ रुहानियत शामिल है। वैसे तो मेरे पास्ट में कुछ ऐसा नहीं की जो इस बूँदाबारी को देखके याद आ जाये पर ना जाने क्यूँ ही किसी दिल के कोने

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डायरी लेखन -जून 8

8 जून 2022
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लगबग दोपहर का समय हो गया है, सुबह भी थोडी आलसाई सी हुँवी, रात को सच मोबाईल देखते कब सुबह हुँवी पता ही ना चला,जानती हूँ की अच्छी नींद बहुत जरुरी है, पर मेरा मन भी उस जिद्दी बच्चे की तरह है

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डायरी लेखन 9 जून

9 जून 2022
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आज का सुबह बडी सुहानी सी हुँवी, बारीश के अडसाद लिये सूरज बादलों से निकल कर उपर आया, मानो जैसे की वह भी बारीश होते हुँवे देखना चाहता हो। बडा सुंदर नजारा था, कल रात भर हल्की हल्की बूँ

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डायरी लेखन 10 जून

10 जून 2022
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चलो आज प्रतिलिपी जी ने हमें एक अच्छा विषय दिया है जुनूनी इश्क। मैं नहीं जानती की आज के जमाने में कौन करता है किसीसे जुनूनी इश्क। सिर्फ टिवी में दिखाई देता है वो जुनूनी टाईप पागल इश्क, जिसमें कुछ भी कल

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डायरी लेखन जून11

11 जून 2022
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आज रह रहकर मेरा मन मायूस हूँवा जा रहा, मैनें अदम गोंडवी जी की कविता चमारों की गली सुनी, कितना दर्दनाक है ना आज के जमाने में जाति व्यवस्था का दर्द, महज कोई अलग कुल में पैदा हूँवा, इसलिए वो नीच कु

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डायरी लेखन - जून 12

12 जून 2022
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आज की सुबह की शुरुवात रिमझिम बारीश से हुँवी। बारीश बहुत ही प्यारी है, आज वैसे तो ऐतवार है तो इसकी बजह से थोडा लेट ही उठे है हम। आज महादेव जी का प्रदोष भी है, बारीश की बजह से गर्मी थोडी कम है, हल

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डायरी लेखन 13 जून

13 जून 2022
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आज से कई चीजों की नई शुरुवात, माना आज से ही स्कुल शुरु हो रहे है, पर अभी बच्चों के चेहरे पर मुस्कराहट देखने के लिए दो दिन का ओर इंतजार करना होगा हमें। करोना के मुश्किल दौड

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डायरी लेखन 14 जून

14 जून 2022
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आज 14जून बस एक दिन बाद स्कुल शुरु , पता है बचपन में जब समर होलिडेज हुँवा करता था, तब हम कुछ ही दिन बाद बेसब्री से स्कुल के रिओपन होने की राह देखा करते थे, पहले दिन वो स्कुल में आकर ऐसा लग

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डायरी लेखन 15 जून

15 जून 2022
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फाईनली आज इतने दिनों बाद स्कुल रिओपन होगा, बच्चों की चहल पहल फिर से होगी, उनका शोर फिर से सुनाई देगा, मानो जैसे कान्हा के बिना उनका नगर खाली खाली लग रहा था, वैसे ही स्कुल तो था पर दो साल से बच्च

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डायरी लेखन १६ जून

16 जून 2022
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कल के बच्चों का शानदार स्वागत के बाद जब उन्होंने क्लास में कदम रखा, मानो ऐसा लगा की गुलशन में बहार फिल से खिल गई हो, बिनबादल की बरसात होकर सारा ताप मिट गया हो, वो परेशान करने वाले सकुन की जगह फिर से श

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डायरी लेखन 17जून

17 जून 2022
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सुबह से आसपास ज्यादा गर्मी महसूस हो रही है, लगता है आज बारीश जल्द ही आयेगी, वैसे जैसे ही जून मास की शुरुवात होती है, हम सब अपने रेनकोट, छाते तैयार रखते है, हालांकि बच्चे तो छोडो पर हम बडों की भ

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डायरी लेखन 18 जून

18 जून 2022
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कल दसवीं के बोर्ड का रिझल्ट घोषित हूँवा, उम्मीद करती हूँ की बहुत से घरों में कल पार्टी का माहौल होगा, पर ज्यादा तर गौर में उनपर भी करना चाहूँगी, जो कुछ कारण पिछे छूट गये, जिन्हें अब तानों की नह

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डायरी लेखन 19 जून

19 जून 2022
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आज का छुट्टी का दिन है, और देखो ना आज का सब्जेट भी प्रतिलिपी ने वहीं दिया है। इतफाक की बात ये है हम प्रतिलिपी वालों के लिए आज झूम मिटींग भी रखी है, पर क

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डायरी लेखन सोमवार २०जून

20 जून 2022
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आज फिर ऐतवार की छुट्टी खत्म कर भीग दौड करने का पहला हफ्ते का दिन, कुछ कुछ कल की सुस्ती रहती है, जल्दी उठने का दिल ना करता पर तब भी उठना तो पड ही जाता है! कल प्रतिलिपी जी ने सब्जेंट दिया था, छुट्टी का

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डायरी लेखन २१जून मंगलवार

21 जून 2022
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आज २१जून मंगलवार आज का दिन उत्तर गोलार्ध में से सबसे बडा दिन और इसके विपरीत दक्षिण गोलार्ध की स्थिती होती है. आज आंतरराष्ट्रीय योगा दिन भी है, आज सूरज बराबर कर्करेखा पर होता है. &nb

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डायर लेखन 22जून

22 जून 2022
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वैसे कुछ खास नहीं हुँवी दिन की शुरुवात आज.उठने में देरी के कारण सारे काम करने में देरी हो गई।तो फटाफट से तैयार होकर घर से निकालना पडा। बस स्टॉप पर भी काफी देर तक इंतजार करना पडा, वो कहते है ना सभी दिन

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डायरी लेखन 23जून

23 जून 2022
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कल पूरी रात बारीश और सुबह की शुरुवात हल्के से सूरज की रोशनी से हूँवी, वैसे आज तेज धूप तोे ना निकली, पर धीमे धीमे चाही चाही सी धूप तो निकली है। स्कुल अब अच्छे से शुरु ह

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जून 24, शुक्रवार

24 जून 2022
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सच कहू सखी सुबह तुझसे मेरी मुलाकात ना हो पाई, बहुत वक्त बाद याद आया की तुझसे मिलना तो बाकी है, तो झट् से प्रतिलिपी को ओपन किया और तुझसे मुलाकात करने के लिए चली आई मैं, आय होप तुम

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डायरी लेखन 25 जून शनिवार

25 जून 2022
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आज सुबह से ही बारीश शुरु है हमारे यहाँ, आपके शहर का क्या हाल है, वैसे तो बारीश मुझे बहुत ही ज्यादा पसंद है, पर बारीश में दिक्कत ये है की बाहर का नज़ारा तो खुबसुरत होता है, पर चिपच

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26जून, रविवार

26 जून 2022
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वैसे आज ऐतवार है, बारीश से थोडी राहत मिली है।तो आज के काम चालू है, सुबह की गरमा गरम चाय पी ली है। तो थोडा जोश लग रहा है, आज मेरा प्रदोष है तो नाष्टा तो ना किय

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डायरी लेखन 28जून,मंगलवार

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आज मंगलवार, सुबह से ही बारीश हो रही है, बाहर जाने का मन तो कर रहा है, कहीं दूर कार में बैठकर या फिर ट्रेकिंग पर कहीं जाने का मन कर रहा है, पर स्कुल को छुट्टी जो नहीं

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डायरी ले़खन 29 जून, बुधवार

29 जून 2022
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आज सच कहूँ क्या लिखु तुझमें एक गहन सवाल है पर लिखना तो है ही, कल पशु प्रेम के बारे में पूछा गया था, और आ

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डायरी लेखन 30जून गुरुवार

30 जून 2022
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आज जून मास का आखरी दिन, हमारे जून के डायरी ले़खन का भी आखिरी दिन, शुक्रिया करती हूँ मैं उनका जिन्होनें ना सिर्फ दिल से पढा पर कमेंट के साथ अपनी बात मुझतक पहूँचायी। जानकर खुश

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