अब तक आपने देखा
इसे देखकर तो लग रहा है जैसे कि आप दो - तीन महीने के लिए जा रही हो वहां ।
अब आगे
माधुरी जी हंसकर बोली - अरे बेटा ऐसी कोई बात नहीं है । मैं वहां सिर्फ15 दिनों के लिए ही जा रही हूँ । तुम इन लगेज को देख कर ये मत सोचों कि मैं 2 या 3 महीने के लिए जा रही हूं । हम औरतों की पैकिंग तो ऐसे ही होती है । 😀😀 जितने दिन के लिए हम जाते है उतने या उससे अधिक कपड़े , ज्वेलरी , शैंडल्स ये सब ले ही जाते है और मेकअप बॉक्स की तो बात ही अलग है । उसके बीना तो हम कुछ भी नहीं हैं । 😀
मानवी माधुरी जी की ये बात सुनकर अपना सर खुजाते हुए खुद से बोली — लेकिन मेरी माँ या मेरे यहां की कोई भी औरत इतना सामान लेकर तो कभी नहीं जाती है । मैंने तो देखा है मेरी मां जब मामा के घर जाती है , तो वो मामी से ही साड़ी मांग कर पहन लेती है , और रही बात ज्वेलरी , चप्पल और सैंडल की तो , वो तो एक ही लेकर जाती हैं अपने साथ , और मेकअप के नाम पर तो सिर्फ पाउडर या कोई क्रीम रहता है , वो भी जिसके यहां वह जाती हैं उन्हीं से मांग कर लगा लेती हैं । लेकिन फिर वह खुद से बोली — हम्म .... शायद शहर के लोग ऐसे करते हैं । यहां सामान ज्यादा महंगा होता है तो कोई किसी को अपना समान नहीं देता होगा शायद किसी को । भई हमारा गांव ही सही है इस मामले मे , वहां हर चीज सस्ता भी मिलता हैं और लोग अपना समान भी दे देते है अपने जानने वालों को ।
मानवी अपने इन्हीं ख्यालों में गुम थी । उसे आज बहुत खुशी हो रही थी की वो गांव से है 😊और माधुरी जी जल्दी - जल्दी तैयार हो रही थी , क्योंकि मिस्टर सिकरवार अब यहाँ पहुंचने ही वाले थे ।
अभी माधुरी जी तैयार हो रही थी तभी मिस्टर सिकरवार आ गए ।
मानवी उनके कार की हॉर्न की आवाज सुनकर पहचान गयी की मिस्टर सिकरवार नीचे आ गए हैं और वो चहकती हुई माधुरी जी से ये बोलते हुए खिड़की से नीचे झांकने लगी — अरे आंटी आप तैयार भी नहीं हुई अभी और अंकल आ गए । अब देखिए अंकल आपको अभी तक तैयार होते हुए देख कर क्या कहेंगे 😀😀 , आज उनकी बारी है ।
माधुरी जी .. मानवी की बात सुनकर हंसने लगी और बोली — नहीं बेटा ऐसा नहीं होगा । उनके ऊपर आते - आते मैं रेडी हो जाऊंगी । 😀 मैं उनको बोलने का एक भी मौका नहीं दूंगी आज । उनको तो बस एक मौका चाहिए मुझसे लड़ाई करने का ....
अभी माधुरी जी मानवी से ये कह ही रही थी की तभी मिस्टर सिकरवार ऊपर उनके कमरे में कदम रखे , वह माधुरी जी की लास्ट वाली बात सुनकर 😊स्माइल करते हुए उनसे बोले — अच्छा ..... लेकिन अब तो मैं आ गया हूँ ... आपके रेडी होने से पहले ही । अब क्या .... कहूं कुछ ?? ...
माधुरी जी मिरर में खुद को देखते हुए उनसे बोली — नही - नहीं आपको कहने की कोई जरूरत नहीं है . . . क्योंकि मैं अब रेडी हो चुकी हूं । इतना कहर वो मुस्कुराते हुए मिस्टर सिकरवार के तरफ मुडी और बोली 😊 — अच्छा तो अब चलिए ... कहीं देर ना हो जाए ।
अगर मैं वहां लेट पहुंची तो मुझे मेरी सहेली से बहुत कुछ सुनने को मिलेगा ।
क्रमश: