
प्रणाम सद्गुरू,
हाँ ;यदि हम निरंतर ये याद रखे की इस पृथ्वी पर हम मेहमान है कुछ समय के लिए आए हैं तो हमारा कदम अच्छाइयों की ओर होगा। हम बेकार चीजो में उलझे रहते है जबकि हमे यहाँ अधिक समय तक रहना नही पड़ेगा एक दिन चार लोग हमारी लाश को कन्धे दे रहे होंगे। क्यो न लोगो के बीच एक पहचान बना के जाए। इस पृथ्वी को अधिक सुन्दर बना के जाए ताकि आने वाले पीढियाँ को ताजी हवा,जल,भोजन व रहने को जगह मिल सके।
save tree🌲save earth🌏&save life❤