प्रणाम आचार्य जी,
हाँ यदि हमे स्पष्ट दृष्टि मिल जाए तो हम समझ सकते है। उस दिशा की ओर कदम बढ़ा सकते हैं जो जन कल्याणकारी होगा सत्य की ओर बढ़ सकते है।
जब किसी शिकारी को शिकार दिख जाता है तो वह तीनो दिशाओं को छोड़ देता है और उस दिशा की ओर ध्यान केन्द्रित करता है जिधर वह शिकार मौजूद हैं। केवल शक्तिभर होने से क्या होगा स्पष्ट दृष्टि होनी चाहिए ।
save tree🌲save earth🌏&save life❤