shabd-logo

पारिवारिक की किताबें

Familial books in hindi

पारिवारिक विषयों के सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों के संग्रह को पढ़िए Shabd.in पर। हमारे इस संग्रह में विभिन्न पारिवारिक विषय एवं उसके सम्बन्धों पर कहानियों का आधार बनाया गया है। इस संग्रह में परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम-द्वेष का कालजयी वर्णन है। रिश्तों के धागे वाले इस संग्रह में भाई अपने भाई के लिए कुर्बानी भी देता है और बंटवारे में हथियार भी उठाता है। तो चलते हैं जीवनचक्र के इस संग्रह में सराबोर होने Shabd.in पर।

आज के कृष्ण सुदामा

आज भी कृष्ण और सुदामा है बस फर्क इतना है की तब द्वापर था और अब कलियुग ,!!

0 पाठक
1 अध्याय
8 अगस्त 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

अभी पढ़ें
निःशुल्क

खून के रिश्ते ???

लोग कहते है की खून के रिश्ते कभी नही टूटते है ,और खास कर भाई बहन का पर आज के ज़माने में यह बात गलत साबित होती है ,

0 पाठक
1 अध्याय
11 अगस्त 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

गावरान कवी

अस्सल गावरान तडका

0 पाठक
2 अध्याय
5 सितम्बर 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

🌺खिलौने जो आज भी जिंदा है🌺

🌺खिलौने जो आज भी जिंदा है🌺             आज मायके में बोहोत दिनों बाद मैने अपनी पुरानी पेटी खोली और मां से कहा - "आप ने अब भी मेरे खिलौने कितने संभाल के रखे हैं। " और मन ही मन सोचने लगी कि एक मायका ही होता है जो अपनी बिटिया के सारे  निर्जीव खिलौनों को

अभी पढ़ें
निःशुल्क

कृतिका शर्मा  की डायरी

एक बच्चे का माता-पिता होना अपने आप में एक बेहद खास अनुभव है। जैसे ही एक औरत गर्भ धारण करती है वैसे ही परवरिश की यात्रा शुरू हो जाती हैं। आपके परिवार में भी आपकी नानी,दादी, मां आदि जैसे कई अनुभवी लोग होंगे जो आपको कदम कदम पर सलाह देते होंगे। काफी हद त

0 पाठक
1 अध्याय
14 सितम्बर 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

दुख हुआ था तब

आज में आपको बता सकू में वहां

अभी पढ़ें
निःशुल्क

हमसफ़र

इस कहानी में एक लड़के की बात की गई है जिसका नाम जीगर है। ये कहानी गुजरात राज्य के एक छोटे से गाँव की है जिसकी वस्ति करीब पाँच हजार की है। इस कहानी का मुख्य पात्र जीगर जिसका सोचना है कि लड़के कुछ भी करे चलेगा लेकिन लड़कियाँ दूध सी धुली होनी चाहिए। जीगर

0 पाठक
1 अध्याय
29 अगस्त 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

सुक्के का ब्याह

“सुक्का” अपने नाम से ही एक फजुलियत बिखेरता किरदार| सुक्का होने को तो कभी के प्रसिद्द साहूकार रतन शर्मा का पोत्र था| रतन शर्मा का ब्याज का बड़ा काम था अंग्रेजो के ज़माने से| उनके दो पुत्र थे बड़े चन्द्र दत्त और छोटे सोमदत्त| चन्द्र दत्त पढ़-लिख कर अध्यापक

अभी पढ़ें
निःशुल्क

Bharti Mishra की डायरी

अन्ततः कहानी संग्रह ग्यारह कहानियों का संग्रह है। यह सभी कहानियाँ मौलिक हैं तथा आज के सामाजिक परिवेश के धरातल से जुड़ी हैं।

अभी पढ़ें
निःशुल्क

विजय

किताब के बारे में इस कहानी के मुख्य पात्र है, विजय और प्रमिला | विजय बचपन से ही गाँव में बहुत शरारती और मस्ती किया करता था | यहाँ तक कि गाँव के बड़े-बुजुर्ग भी उसे बिगड़ा हुआ लड़का ही समझते थे | गाँव में कोई भी लड़का कुछ गलती किया करता था तो बस उदाहरण क

0 पाठक
0 अध्याय
26 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

पलायन  कहानी संग्रह

यह राजा सिंह का चतुर्थ कहानी संग्रह है जिसे के. एल.पचौरी प्रकाशन,इंद्रपुरी गाज़ियाबाद द्वारा प्रकाशित किया गया है.इस कहानी संग्रह मे 10 कहानियां संग्रहीत है जो सदमजीक ससरोकरों और स्त्री विराश से जुड़ी हुई है.... कहानिया 1. कम्युनिस्ट 2. दादा 3.

अभी पढ़ें
निःशुल्क

हम याद आएंगे...

हम याद आएंगे पहले प्यार के चुंबन की तरह सावन और जेठ के धूप की तहर... मबुआ और नशा की तरह नशा और मौसम में झरी की तरह मौसम और चौखट की तरह पहले प्यार के चुंबन की तरह,,पहले प्यार के चुंबन की तरह..

अभी पढ़ें
निःशुल्क

हम याद आएंगे...

हम याद आएंगे पहले प्यार के चुंबन की तरह सावन और जेठ के धूप की तहर... मबुआ और नशा की तरह नशा और मौसम में झरी की तरह मौसम और चौखट की तरह पहले प्यार के चुंबन की तरह,,पहले प्यार के चुंबन की तरह..

अभी पढ़ें
निःशुल्क

Bole Hue Shabd Kabhi Wapas Nahin Aate

एक बार एक किसान ने अपने पडोसी को भला बुरा कह दिया, पर जब बाद में उसे अपनी गलती का एहसास हुआ तो वह एक संत के पास गया.उसने संत से अपने शब्द वापस लेने का उपाय पूछा. संत ने किसान से कहा , ” तुम खूब सारे पंख इकठ्ठा कर लो , और उन्हें शहर  के बीचो-बीच जाकर

अभी पढ़ें
निःशुल्क

"मतभेद "

ये कहानी है पारिवारिक रिश्तों में आते उतार-चढ़ाव और उनमें पनपते मतभेदों की !

अभी पढ़ें
निःशुल्क

नेकी कर और दरिया मेँ डाल

रोमनाथ को एक दिन अपने रिक्से की सीत पर एक नोटों से भरा बंडल मिलता है। जिसे वह थाने में जमा करवा देता है। पर उसके बाद उस पर जी खयानतदारी का इल्जाम लग जाया है।

अभी पढ़ें
निःशुल्क

"एक रिश्ता ऐसा भी"

यह कहानी है ,एक मध्यमवर्गीय परिवार के मनोभावों की महत्वाकांक्षाओं की कुछ सपने पूरे होने की कुछ टूट जाने की कुछ-कुछ जीवन की व्याख्या की तरह

0 पाठक
0 अध्याय
1 मई 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

धनहीन जीवन - एक अभिशाप

धनहीन जीवन -एक अभिशाप____ वास्तव में धनहीनता एक अभिशाप ही है क्योंकि बिना धन का इंसान क्या कर सकता है।ना ही वो अपनी जरुरतें पूरा कर पायेगा और ना ही अपने परिवार का भरण पोषण कर पायेगा। और जब ये सब कुछ इंसान से दूर हो जाते है तो वो इंसान एक अपाहिज या म

अभी पढ़ें
निःशुल्क

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए