A son writes a letter to his parent who is dying. He is convinced of his parents through the letter
" अरे तुम सब लड़के यहां से चले जाओ यहां लड़कियां बैठेंगी और फेरों में लड़कों का क्या काम है ? " विजय जी वहां बैठे नलिन के दोस्तों से कहा । नलिन जिसकी शादी हो रही है उसका एक दोस्त श्लोक खड़ा हुआ और बोला " अंकल जी हम क्या लड़कियों को खा थोड़ी जाएंगे
12 कहानियों का संग्रह राष्ट्रीय पुस्तक सदन,दिल्ली से अगस्त 2015 मे प्रकाशित - अवशेष प्रणय कहानी संग्रह मे 12 सामाजिक कहानियां संग्रहित है... 1. आखिरी खत 2. अपने पिया की मै 3. बदलती दिशाएं ४. बनवास 5. बेरोजगार 6. बुत का दहन 7. जी से दिया उ
'परिणीता' एक अनूठी प्रणय कहानी है, जिसमें दहेज प्रथा की भयावहता का चित्रण किया गया है। गुरूचरण बैंक में क्लर्क थे। उन्हें जब पाँचवी कन्या होने का संवाद मिला तो एक गहरी सी ठंड़ी साँस लेने की ताकत भी उनमें नहीं रही। पिछले वर्ष दूसरी कन्या के विवाह में
ये किताब एक दापंत्य जीवन को और मजबुत करें इस इरादे से इसे लिखी गई हैं। इसमे धनात्मक बाते और अच्छी बातो का सृजन किया गया हैं। किसी व्यक्ति को ठेस ना पहुँचे इसका पुरा ध्यान रखा गया हैं।
रात के ३ बजे अचानक से तनु की आंखे खुल गई न जाने क्यों कमरे में ठंड बढ़ गई थी नवंबर की शुरुवात थी और मौसम रात को ठंडा हो जाता था तनु ने उठ के पानी पिया और देखा था खिड़की खुली हुई थिनौर उस में से ही ठंडी हवाएं आ रही थीं, तनु सोच में पड़ गई ये खिड़क
बांगला देश और भारत की सीमा से जुडी कहानी।बोर्डर पार करती तीन लोगों की कहानी।
"मॉर्निंग टाइम R.R. hostal जबलपुर" फ़ोन रिंग होता है तो लड़की सोए हुए कॉल रिसीव करती है हेलो......!!! उधर से कोई कुछ बोलता है की थोड़ी देर बातें सुनकर लड़की उछलकर बेड से बाहर आ जाती है,,,!! क्या मम्मा क्यों करती हैं आप ये सब...? जब हम इसके लिए तैय
मर्डर-मिस्ट्री-विथ-लव-बर्ड-1 अच्छा हुआ आपने बचा लिया सर, वरना मेरा तो मर्डर हो चुका था। लम्बी साँस लेकर वो बोला। लेकिन जय ऐसा किसने, क्यो किया? ASI वीरभद्रसिंह बोले। खुद असमंजस में जय बोला सर!!! पता नहीं, ये सजा महोब्बत की हैं या राजनीति की। तु
क्यों माँ काली के पैरों में लेटे हैं शिवजी? माँ काली की कुछ ऐसी तस्वीरें होती हैं, जिनमें वे शिव के ऊपर पाँव रखी हुई हैं। आइए जानते हैं शिव और माँ काली की कहानी कि, काली मां ने क्यों रखा शिव जी के ऊपर पैर? प्राचीन काल में राक्षस अपनी तपस्या के बल पर
( अपने बाॅयफेंड अक्षय और अपनी बचपन की दोस्त अक्षरा से खाए धोखे से टूट चुकी रिमझिम अब किसी पर भी भरोसा ना करने का फैसला ले चुकी थी। ) 2 महीने बाद....... गुजरात से मुंबई आने के बाद रिमझिम अपने अतीत से कोई मतलब नही रखना चाहती थी वो रात
સ્વર્ગપરી ને ધરતીનો વિર🌎💪 સ્વર્ગ ની સુંદર પરી ઉતરી એક દિવસ ધરતી નિહાળવા ને ધરતી પર સુકા રણમાં એક વિર પુરુષ સાથે વાતો વાતોમાં જ દિલ દઇ બેઠી. પ્રણય રંગ જામ્યો ને તે પ્રેમની સુવાસ દેવતાઓ સુધી પહોચી. 💞💃💓🏃