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सामाजिक की किताबें

Social books in hindi

विभिन्न विषयों पर सामाजिक पुस्तकों को पढ़ें Shabd.in पर। हमारा यह संग्रह समाज के विभिन्न पहलुओं को उजागर करता है। इस संग्रह की मदद से हम पारिवारिक रिश्ते, जात-पात, अमीर-गरीब, दहेज, रंग भेद जैसे कई मुद्दों पर समाज को रौशनी दिखाने का प्रयास करते हैं। इसके अलावा भी भौगोलिक स्थिति के वजह से हाशिये पर रहे समाज की स्थिति पर भी हम समीक्षा देते हैं। तो चलते हैं समाजिक पहलुओं पर चेतना जगाने Shabd.in के साथ।
कविताएं जो मन में बस गयी

कुछ काव्य जो मेरे मन में बस गए | उन्हें संगृहीत करने का एक छोटा सा प्रयास ...

15 पाठक
9 अध्याय
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संक्षिप्त कहानियां

नमस्कार साथियों , जैसा कि आप ने इस पुस्तक का शीर्षक पढ़ा होगा "संक्षिप्त कहानियां" तो आप हमारी इस पुस्तक में पढ़ेंगे संक्षिप्त कहानियां जिनमे से कुछ मेरे खुद के जीवन का अनुभव होंगी और कुछ काल्पनिक । परंतु आशा करती हूं की आपको मेरी यह पुस्तक पढ़कर आपक

2 पाठक
1 अध्याय
12 अप्रैल 2022
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2 जून 2022
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चर्चा के बीच

मन के भावों को कागज पर उतारती कलम

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सांध्य काकली

निरालाजी की ये अंतिम कविताएँ अनेक दृष्टियों से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण हैं । उनके विचारों, आस्थाओं ही के सम्बन्ध में नहीं, उनके मानसिक असन्तुलन की उग्रता के सम्बन्ध में भी लोगों में बड़ा मतभेद है । उनकी इन अन्तिम कविताओं से इन विवादग्रस्त विषयों पर विचा

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पैरो में जंजीर

यहां किताब मैने अपने जीवन मे घटित हुई घटनावों के ऊपर लिखी है और अपने जैसी कई महिलाओं पर हो रहे अत्याचारो के बारे मैं मैने इस किताब में लिखा है, वे हमारे समाज कि रूढ़िवादी सोच को दर्शाया हैं, जो महिलावों को आज भी घर की चार दीवारो में केद करके अपनी शान्

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3 जून 2022
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कॉलेज गोइंग लड़कियां

(कॉलेज गोइंग लड़कियां) यह कॉलेज गोइंग लड़कियां! कितनी बेलौस, बेतरतीब ,बे खौफ! चलती नहीं, उड़ती है! अपने तमन्नाओं के पंख पर बेहिसाब। आंखो में सैंकड़ों ख़्वाब। परम आधुनिका। हाथों में लिए स्मार्ट फोन पर उंगलियां फिराती, अधखिली-सी! हंसती, मुस्काती। राह च

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ज़िन्दगी 50-50

भावनाएँ, ज़रूरतें, महत्वाकांक्षाएँ-ये सब एक स्त्री की-लेकिन शरीर-पुरुष का! एक बेहद दर्दनाक परिस्थिति जिसमें ज़िन्दगी, ज़िन्दगी नहीं, समझौता बनकर रह जाती है। ऐसे इन्सान और उसके घरवालों को हर मकाम पर समाज के दुव्र्यवहार और ज़िल्लत का सामना करना पड़ता है। अन

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3 जून 2022
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रिवेंज: एन अनप्रीडिक्टेबल लाइफ

रिवेंज: एन अनप्रीडिक्टेबल लाइफ - इंट्रो सत्या सिन्हा - उम्र करीब साढ़े 21 साल। इंडियन आर्मी की बिग फैन। आर्मी में जाना इसका ड्रीम है। काफी समझदार और थोड़ी सी चुलबुली। इसको हर टाइम फालतू बात बकना ज्यादा अच्छा लगता है। ये प्रयागराज

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खुशियों का खजाना.....

खुशियों का खजाना.... कुछ बंटा... कुछ गुमा... कुछ छूटा... कुछ जमाने ने लूटा.... खुशियों का खजाना.... पास था... जब कुछ अपनों का साथ था... कैसा बेखबर.... नादान था.... सहेज कर रख नहीं पाया इस बेजोड़ थाती को... इसके अनमोल मोतियों को मन मंजूषा में.... सुरक्

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अपरा

निराला के काव्य में बुद्धिवाद और हृदय का सुन्दर समन्वय है। छायावाद, रहस्यवाद और प्रगतिवाद तीनों क्षेत्रों में निराला का अपना विशिष्ट महत्त्वपूर्ण स्थान है। इनकी रचनाओं में राष्ट्रीय प्रेरणा का स्वर भी मुखर हुआ है। छायावादी कवि होने के कारण निराला का

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पंचवटी

सन्दर्भ- प्रस्तुत पद 'हिन्दी काव्य' में संकलित एवं मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित खण्डकाव्य 'पंचवटी' से लिया गया है। प्रसंग- यहाँ कवि ने पंचवटी के प्राकृतिक सौन्दर्य का सजीव चित्रण किया है। व्याख्या- गुप्त जी कहते हैं कि सुन्दर चन्द्रमा की किरणें जल और

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कुछ लड़कों के जज़्बात, कुछ लड़कों के लिए बात

पुरुष का जीवन कुछ बाते जाने क्या कहता उसका मन कुछ उनके लिए बात समझे वो भी दूसरों के जज़्बात

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सैरन्ध्री

साहित्यकारों के लेखकीय अवदानों को काव्य हिंदी हैं हम श्रृंखला के तहत पाठकों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। हिंदी हैं हम शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- मुदित, जिसका अर्थ है प्रसन्न होना, खुशी। प्रस्तुत है मैथिलीशरण गुप्त के काव्य सैरंध्री (द्रौपदी

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मैथिलीशरण गुप्त की प्रमुख  कविताएँ

गुप्त जी कवि की यह भी अधिमान्यता है कि उसकी मातृभूमि की धूल परम पवित्र है। यह धूल शोकदार में दहते हुए प्राणी को दुःख सहने की क्षमता देती है। पाखण्डी-ढोंगी व्यक्ति भी इस धूली को तन-माथे लगाकर साधु-सज्जन बन जाता है। इस मिट्टी में वह शक्ति है जो क्रूर ह

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26 अप्रैल 2022
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सुबह का सपना

एक स्त्री के स्वप्न की कहानी

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