तुम, तुम हो मै,मै हूँ ।
हम दोनो एक दूसरे
पर हावी हो नही सकते
तुमसे अच्छा कर नही सकता
मुझसे अच्छा हो नही सकता
तुम्हारी कोई कापी नही
और न मेरी कोई कापी है
तुम,तुम हो मै,मै हूँ ।
दोनो विलक्षण व अनुठे है
मै तुमसा हो नही सकता
तुम मुझसा हो नही सकते
तो विवाद किस बात की
ये फसाद किस बात की
तुम भी न उलझो
मैं भी सुलझ जाऊँ
तुम ,तुम हो मै,मै हूँ ।
तुम किसलिए आए हो
मुझे किसलिए भेजा है
तुम अपना काम कर लो
मै अपना काम पूरा कर लूँ
तुम संतुष्ट हो जाओ
मैं भी तृप्त हो जाऊँ
तुम अपनी निजता के धन्य मानो
मै भी आभार प्रगट करुँ ।
तुम,तुम हो मै,मै हूँ ।
Save tree🌲save earth🌎& Save life♥️