मस्तक मध्य चमकती
गर्व से हमारा मान रखती
भारत की राष्ट्रभाषा हिन्दी।
दुनिया में इतिहास रचा हिन्दी
हाय रे हाय हाय हिन्दी,जैसे हो माथे की बिन्दी।
मेरे भावो की अभियक्ति
माँ की तरह पोषण करती
जन्म से लेकर अन्त तक
साया की तरह साथ चलती।
हाय रे हाय हाय हिन्दी,जैसे हो माथे की बिन्दी।
सस्वर वाचन कर राग सिखाती
संगीतकार के दिल की धड़कन हिन्दी
अंग्रेजो की गुलामी तोड़कर
इक्कीसवीं सदी में लहराता हिन्दी।
हाय रे हाय हाय हिन्दी,जैसे हो माथे की बिन्दी।
Save tree 🌲save earth🌏 &save life❤