आज रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अलिगढ़ में उत्तर प्रदेश के रक्षा औद्योगिक गलियारे का शुभारम्भ करेंगे । मेक इन इंडिया के तहत तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश को रक्षा क्षेत्र में प्रस्तावित गलियारे के लिये चुना गया था। इस गलियारे को रक्षा उत्पादन के लिए विकसित विशेष जोन बनाने के प्रयास के तहत बनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में बन रहे इस रक्षा औद्योगिक गलियारे के तहत छङ नोडल प्वाइंटों को चुना गया है – आगरा, अलीगढ़, लखनऊ , कानपुर, चित्रकूट और झांसी।
बयान में कहा गया की , गलियारे से जुड़े सभी पक्षों के साथ लखनऊ, कानपुर, आगरा और झांसी में बातचीत की गई है|
शनिवार को अलीगढ़ में एक सम्मेलन आयोजित होगा जिसमें रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण , उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ औऱ केन्द्र व राज्य सरकारों के आला प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस सम्मेलन में कई देशों के राजदूतों, भारतीय रक्षा विनिर्माण उद्योग के कप्तान और अग्रणी उद्योग प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक भी होगी जिसमें उत्तर प्रदेश द्वारा रक्षा औद्योगिक गलियारे के लिये उठाए गए कदमों और योजनाओ की जानकारी भी दी जाएगी।
सम्मेलन के दौरान उन उत्पादों की एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी जिनका अगले पांच साल में भारत के भीतर ही उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, इस बैठक में कुछ निवेश से संबंधित घोषणाएं भी की जा सकती हैं।
अलीगढ़ जिला मजिस्ट्रेट सीबी सिंह ने कहा, "बैठक के लिए सभी तैयारी हो गई है। प्रस्तावित रक्षा गलियारे के लिए तप्पल क्षेत्र में प्रशासन द्वारा 550 हेक्टेयर भूमि ली गई है| पिछले महीने, उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी रक्षा, एयरोस्पेस यूनिट और रोजगार संवर्धन नीति, 2018 को मंजूरी दे दी थी। अधिकारियों के अनुसार, रक्षा औद्योगिक कॉरिडोर में 50,000 करोड़ रुपये के निवेश और अगले पांच वर्षों में 2.5 लाख नौकरियां देने की क्षमता है।