केरल में अब तक भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से 39 लोगों की मौत हो चुकी है। अगले 24 से 48 घंटों में भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने केरल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने केरल में बाढ़ प्रभावित दो जिलों का हवाई दौरा किया और कहा केरल में आजादी के बाद अब तक इस तरह की स्थित नहीं हुई | रविवार को केंद्र सरकार ने राज्य में बाढ़ पीड़ित लोगों को तत्काल सहायता के लिए 100 करोड़ रुपये की घोषणा की और हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया है| उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ को केंद्र की तरफ से मिलने वाली सहायता की पहली किस्त 80.25 करोड़ रुपये पिछले महीने ही जारी कर दिए गए थे।
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने बताया कि प्राथमिक आकलन के अनुसार, राज्य में वर्षा, बाढ़ और भू-स्खलन से 8316 करोड़ रुपये तक का नुकसान हो गया है।
रविवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा कि केरल में बाढ़ की वजह से भारी नुकसान हुआ है तो इसलिए विदेश मंत्रालय ने तय किया है कि जब केरल में स्थिति सामान्य हो जाएगी तो उसके बाद बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए पासपोर्ट मुफ्त में बदले जाएंगे।
केरल के 14 में से 11 जिले बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं और अभी करीब 30,000 लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं।
मौसम विभान ने रेने इडुक्की, वायनाड, कन्नुर, एर्नाकुलम, पलक्कड़ और मलाप्पुरम जिलों में अगले 48 घंटों में भारी बारिश की आशंका जताई है।
वही कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमार स्वामी ने 10 करोड़ रुपये की और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीसामी ने 5 करोड़ रुपये की और डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने भी 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि केरल को देने की घोषणा की है।
गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर जानकारी दी की, केरल में एनडीआरएफ की टीमों की संख्या को 14 कर दिया गया है।