शनिवार 11 अगस्त को अमित शाह की कोलकाता के मेयो रोड पर रैली होनी है लेकिन रैली से पहले कोलकाता में बीजेपी और टीएमसी के बीच पोस्टर वॉर शुरू हो गया है|
सभा स्थल में अबजगह तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी की तस्वीरों वाले पोस्टरों और बैनरों को लगा दिया गया है|सभा अमित शाह की है लेकिन पोस्टर और बैनर के साथ झंडे ज़्यादातर टीएमसी और ममता बनर्जी के दिखाई दे रहे हैं| इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खडगपुर सभा में भी ये हो चूका है| बीजेपी के पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, 'ये ममता बनर्जी का हमारे अभिवादन का तरीका है, लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि हनुमान की पूंछ में आग लगाकर अभिवादन करने के क्या परिणाम हुए थे, ठीक उसी तरह उन्हें भी बंगाल में परिणाम भुगतने पड़ेंगे|'
बंगाल बीजेपी के प्रमुख दिलीप घोष ने कहा, 'अगर ये टीएमसी का शिष्टाचार है तो बेहतर होगा कि वो इसे ना ही दिखाए| हम उनकी दया पर नहीं हैं|अधिकतर राज्यों में हम अपने बूते पर आए हैं और यहां भी आएंगे|'
टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि असम में एनआरसी मुद्दे को लेकर शनिवार और रविवार को उनकी पार्टी राज्यव्यापी आंदोलन करेंगी |
वही रैली में अमित शाह ने दावा किया कि इस बार पश्चिम बंगाल में कमल खिलेगा।
उन्होंने बंगाल की सरकार से सवाल करते हुए कहा कि आखिर वह एनआरसी का विरोध क्यों कर रही हैं। उन्होंने कहा एनआरसी के जरिए ही बांग्लादेशी घुसपैठियों को रोका जा सकता हैं।
अमित शाह ने यह भी कहा कि ममता बनर्जी इन घुसपैठियों को राज्य में शरण देना चाहती हैं। पहले घुसपैठियों का वोट कम्युनिस्ट पार्टियों को मिलता था तो ममता बनर्जी घुसपैठियों का विरोध करती थीं लेकिन अब ये वोट ममता बनर्जी को मिलने लगे है तो अब वह एनआरसी का विरोध कर रही हैं। उन्होंने कहा ये घुसपैठिये पश्चिम बंगाल ही नहीं देश के लिए खतरा बन गए हैं।
उन्होंने साथ ही यह भी कहा की ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश बना दिया है| उन्होंने कहा हम बंगाल विरोधी नहीं है , हम ममता विरोधी है।
अमित शाह जैसे ही एनएससी बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बाहर निकले तो यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाकर भाजपा विरोधी नारे लगाने शुरू कर दिए |