संसद के गलियारे में
✒️दान-धर्म की महिमा क्या तुम, समझ गये हो दानवीर?अगर नहीं तो आ जाओ अब, संसद के गलियारों में।रणक्षेत्रों की बात पुरानीभीष्म, द्रोण युग बीत गए हैं,रावण, राम संग लक्ष्मण भीपग-पग धरती जीत गये हैं,कलि मानस की बात सुनी क्या, कौन्तेय हे वीर कर्ण?अगर नहीं तो आ जाओ अब, संसद के गलियारों में।रथी बड़े थे, तुम द्व