बस दो ही इंसान ताकतवर होते हैं। एक बदला हुआ और एक अकेला। खुद को समझे बगैर किसी और को समझना असंभव है। जो स्वयं को समझने में सफल हुआ, वह सबको समझने में समर्थ हुआ। बाकी जिंदगी इतनी लंबी है कि उसमें दो-चार असफलताओं के लिए जगह रखनी पड़ती है। कोई गिरने को राजी, कोई गिराने को राजी, जो गिरकर सम्भल जाये वही जीतता है बाजी।