परमात्मा की "वाई-फाई" इतनी "हाई-फाई" है कि..*
*"जहां भी ध्यान करो "नेटवर्क" मिल ही जाता है..!!*
*हर मनुष्य की सोच हमसे मिले:; यह संभव नहीं है;*
*पर हम उन्हें उनकी सोच के साथ स्वीकार करें* ;
*यही हमारी सही पहचान होती है!*
*आज से हम*
*सबकी सोच की; कदर करें जी!*
कटुता वहां उत्पन्न होती है,
*जहां हम स्वार्थ के लिए जुड़ते हैं...._*
*प्यार वहां पनपता है,_*
*जहां हम निस्वार्थ भाव से जुड़ते हैं..
*जिस प्रकार "श्वास"...*
*आपके शरीर को चलाता है...*
*उसी प्रकार "विश्वास" आपके संबन्ध को चलाता है*
*रिश्तों की चाय में शक्कर जरा नाप कर ही रखियेगा...*
*फीकी हुई तो मजा नहीं आएगा और ज्यादा हो तो मन भर जाएगा...!!*
*जितना हो सके, खामोश*
*रहना ही अच्छा हैं,क्योंकि*
*सबसे ज्यादा गुनाह इंसान*
*से जुबान ही करवाती है!!*
जलेबी सिर्फ़ मीठी ही नहीं एक महत्वपूर्ण संदेश से परिपूर्ण है*
*खुद कितने भी उलझे रहो पर दूसरो को हमेशा मिठास दो.*
जो लोग आपका वक्त देख, कर इज्ज़त दें वो आपके अपने कभी नहीं हो सकते क्योंकि वक्त देखकर मतलब पूरे किए जाते हैं रिश्ते नहीं निभाए जाते हैं*
*सत्य के द्वारा धर्मं की रक्षा होती है, विद्या की रक्षा अभ्यास से होती है। रूप की रक्षा स्वच्छता से होती है और कुल की रक्षा मनुष्य के चरित्र से होती है।*
छोटी सी जिंदगी है*
*हंस कर जियो*
*क्योंकि*
*लौटकर सिर्फ यादेआती वक्त नहीं*
जीवन में जब भी*
*उलझनें बढ़ने लगें तो*
*खुद को थोडा ढील दें*
*क्योंकि....*
*गांठ खोलने का यही तरीका बेहतरीन है....!!*
अपने सपनों को जीना है तो पहले एक मजबूत इंसान बनो*
*क्योंकि वक्त आपको हजारों बार तोड़ने की कोशिश करता हैं।*
*सफलता के बाद लोगों से मिली* *हुई ढेरों प्रशंसा से कहीं* *अधिक बेहतर संघर्ष के* *दौरान सच्चे हितैषी द्वारा* *मिला हुआ प्रोत्साहन होता है।*