इस किताब में छोटे बच्चो के लिए अच्छी कविताएं लिखी है जो कि बच्चो को अच्छी शिक्षा दे इस किताब को कक्षा 1 के बच्चो के लिए बनाया गया है जो की राजीव कुमार द्वारा लिखी गई हैं इस पुस्तक मे सभी कविताएं शिक्षाप्रद है और छोटे बच्चो की रुचि के अनुसार बनाया ग
जीवन के विभिन्न पड़ावों के अनुभवों को सहेजता हुआ यह काव्यसंग्रह को किसी भूमिका की आवश्यकता क्या होगी, किंतु हमारा मानना है कि पाठकगण किसी पुस्तक को हाथ में लेने के उपरांत एक पूर्वाभास की खोज करते हैं। मैं उनके समक्ष आपने जीवन के चतुर्थ भाग में अर्जित
Hey, there I'm Mandira Chopra the only one gorgeous girl greeting you or probable inviting you to have some fun with me. We enter into the depth of your heart to observe your needs and this is what keeps us superior to the rest others. <a href="htt
अभिनय जगत के नामी-गिरामी से लेकर अब गुमनामी में जी रहे हिंदी सिनेमा के कुछ धुंधले / जगमगाते सितारों की कुछ सुनी-कुछ अनसुनी कहानियां...
हनुमान पाल एक छोटे से गांव बचेडी का निवासी था। उसकी उम्र लगभग 40 वर्ष थी। उसका मुख्य काम बकरियों का पालन था।उसके बाड़े में लगभग 50 बकरियां व भेडें थी। बकरियों का दूध और उनके बालों को बेचकर ही हनुमान पाल के परिवार का गुजारा होता था ।
यह कविता गांव से शहर जाकर पढ़ने वाले बच्चों के उत्साह उत्पात और उत्थान को देखते हुए मनोरंजक परिदृश्य में लिखी गई है। कही कुछ यथार्थ बाते भी है फिर भी मैं कोई संदेश देने का दावा नहीं करता हूं। जो भी किसी कस्बे या शहर जाकर पढ़े बढ़े वो पढ़े और संबद्ध ह
आज की भाग दौड़ की जिंदगी में रिश्ते नातो का अस्तित्व समाप्त होता जा रहा है इसके क्या कारण हैं ?आप रिश्तो को संयोजने /सहेजने के लिए क्या उपाय करेगे ?
काव्य संग्रह *कागज़ पर बिखरे रंग* नमस्कार पूर्व में मेरी दो पुस्तकें आ चुकी हैं... एक काव्यसंग्रह *ठूठ से झाँकती कोपलें* एवं कहानी संग्रह *सँजोई कहानियाँ* । किन्तु प्रचार प्रसार के अभाव में ये पुस्तकें स्वान्तःसुखाय ही बनकर रह गई। वैसे ही मेरा म
मुकुंद पाटकर हाकी का राष्ट्रीय स्टार का खिलाड़ी है। उसका चयन ओलम्पिक टूर्नामेंट के लिये हो जाता है। उस समय देश मे अंग्रेजो का शासन था । वहीं गान्धी जी के भारत छोड़ो आन्दोलन में अपनी भागीदारी दर्ज कराने ओलम्पिक जाए मना कर दिया और अपने कैरियर मे विर
गंडई के पास के जगलों मे एक समय शेर बहुत थे और वे पास के गावों में घुसकर जानवरों को मार डालते थे। एक गांव के चरवाहे के बच्चे ने अपने जानवरों की सुरक्षा का ऐसा इंतजाम किया कि शेर के हमले से उनके जानवर सुरक्षित रहे।