झंडा गीत
यह है अपना अमर तिरंगा , भरता
मन में उल्लास है ,
हर
रंग में भूगोल है इसके , हर रंग में इतिहास है |
ऊपर भगवा रंग कह रहा ,
अपनी भू पर्वत वाली |
अगणित अनुपम बलिदानों की ,
झलक रही रज में लाली |
नीचे हरा रंग दर्शाता , हरे भरे उपवन अपने ,
हमने
बस हंसना सीखा है , चाहे दुःख आयें कितने |
श्वेत रंग इंगित करता है ,
मरु भूमि की पावनता |
सत्य अहिंसा आदर्शों से ,
मानव का जीवन सजता |
मध्य
भाग का चक्र कह रहा , हम भारत वासी एक हें ,
चाहे कितने धर्म , जातियां , भाषा ,
वस्त्र अनेक हैं |
हम अपने अनुपम झंडे को ,
अम्बर में लहरायेंगे ,
जब तक तन में प्राण हमारे ,
इसका मान बढ़ाएंगे |