15 नवम्बर 2021
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जिंदगी की जुस्तजू और मन में उठते भाव, कोई नजरअंदाज करे कोई सुने लेकर चाव, एक प्रसंग पढ़कर ही न विचार बनाइयें, पूरी पुस्तक पढ़कर खुद को तो दोहराइए, जो गुम न हुए खुद में ही तो हमे बताएं, सच कहे क्या इन भावो से आप खुद भी बच पाएं, यदि पसंद आये तो हौसला अफजाई कर, अगली पुस्तक पर भी प्रकाश डाले, हम सबकी जिंदगी कहानी किस्सों सी, जहां खुद ही ढूंढ रहे अंधेरो में उजाले....D
अदभुत, बेमिसाल, नायाब पेशकश सटीक शब्दो का तालमेल और अर्थसंगत रचना आपकी सटीक शब्दो से सजी हुई बेहतरीन रचना आपकी जी।
28 जुलाई 2022
27 दिसम्बर 2021
वाह क्या लिखा है,परीक्षा तब होगी.....,सुन्दर रचना
18 दिसम्बर 2021
6 दिसम्बर 2021
jhakas
25 नवम्बर 2021
Nice
16 नवम्बर 2021
Very nice
16 नवम्बर 2021
👍👍👍👍👍
16 नवम्बर 2021
Bahut khub
16 नवम्बर 2021